
केरल में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से जुड़े कथित यौन शोषण और आत्महत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना पर अब कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका गांधी ने इस पूरे प्रकरण को “गंभीर और मानवता को झकझोर देने वाला मामला” बताते हुए संपूर्ण और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा —
“केरल की इस घटना ने हर संवेदनशील व्यक्ति को व्यथित किया है। एक युवा महिला, जो तकनीकी क्षेत्र में काम कर रही थी, को अगर न्याय और सुरक्षा नहीं मिल पा रही है, तो यह पूरे समाज के लिए शर्मनाक है। इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, चाहे वे किसी भी संगठन या विचारधारा से जुड़े हों।”
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट्स के अनुसार, केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में रहने वाली एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने आत्महत्या कर ली, जिसके पीछे उसने अपने सुसाइड नोट में यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न का जिक्र किया।
सुसाइड नोट में पीड़िता ने कथित रूप से आरएसएस (RSS) से जुड़े दो व्यक्तियों के नाम लिखे हैं, जिन पर उसने गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने लिखा कि “उसे लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था और अब उसके पास जीने की कोई वजह नहीं बची।”
घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने भी विशेष जांच टीम (SIT) गठित करने के संकेत दिए हैं।
कांग्रेस का हमला और प्रियंका गांधी का बयान
कांग्रेस ने इस मामले को लेकर आरएसएस और भाजपा पर सीधा हमला बोला है। पार्टी का कहना है कि “अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह दिखाता है कि कैसे समाज में सत्ता और संगठन के नाम पर महिलाएं उत्पीड़न का शिकार बन रही हैं।”
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा —
“यह सिर्फ एक राज्य या एक संगठन का मामला नहीं है, बल्कि यह उन महिलाओं की आवाज़ है जिन्हें अक्सर चुप करा दिया जाता है। सरकार को चाहिए कि वह इस मामले की पारदर्शी जांच कराए ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।”
उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, बल्कि मानवता और न्याय के आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा और आरएसएस की सफाई
दूसरी ओर, आरएसएस से जुड़े सूत्रों ने कहा कि संगठन किसी भी प्रकार के अनैतिक या आपराधिक कृत्य की निंदा करता है और अगर कोई सदस्य दोषी पाया जाता है, तो संगठन उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। भाजपा नेताओं ने कहा है कि कांग्रेस इस घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा —
“मामले की जांच चल रही है। बिना जांच पूरी हुए किसी संगठन या व्यक्ति पर आरोप लगाना अनुचित है। सरकार और पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से देख रही है।”
महिला संगठनों की मांग — ‘पीड़िता को न्याय दो’
इस घटना के बाद महिला अधिकार संगठनों ने भी केरल में प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। “ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमेंस एसोसिएशन” (AIDWA) और “महिला कांग्रेस” ने राज्य सरकार से मांग की है कि मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
कई महिला नेताओं ने कहा कि यह घटना भारत के आईटी सेक्टर में कार्यरत महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
सोशल मीडिया पर गुस्सा और समर्थन
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
#JusticeForSoftwareEngineer और #KeralaShame जैसे हैशटैग X और इंस्टाग्राम पर ट्रेंड कर रहे हैं।
लोगों ने प्रियंका गांधी के बयान का समर्थन करते हुए लिखा कि “कांग्रेस की यह मांग वाजिब है और दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
राजनीतिक असर और जांच की दिशा
राजनीतिक हलकों में यह मामला अब बड़ा रूप लेता जा रहा है। कांग्रेस इस मुद्दे को संसद और राज्य विधानसभा दोनों जगह उठाने की तैयारी में है। वहीं, केरल पुलिस ने कहा है कि प्रारंभिक जांच में कुछ ठोस सबूत मिले हैं और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि “यह मामला संवेदनशील है। हम सुनिश्चित करेंगे कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हो।”
प्रियंका गांधी का अंतिम संदेश
प्रियंका गांधी ने अपने बयान के अंत में कहा —
“महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और न्याय की लड़ाई किसी दल या विचारधारा से बड़ी है। अगर एक महिला भी भय और उत्पीड़न के माहौल में जी रही है, तो हमें अपने समाज के विवेक पर सवाल उठाना चाहिए।”
केरल का यह मामला न केवल एक युवा महिला इंजीनियर की दर्दनाक कहानी है, बल्कि यह सवाल भी उठाता है कि आखिर कब तक महिलाओं को न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान ने इस केस को राष्ट्रीय राजनीतिक विमर्श के केंद्र में ला दिया है। अब देश की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या पीड़िता को न्याय मिलेगा और क्या दोषियों को सजा दी जाएगी।