
खबर : राजेश किशोर
Deoghar: गोड्डा लोकसभा चुनाव हुआ रोचक, भाजपा के दो कद्दावर नेता आमने सामने।
सोशल मीडिया में जमकर चल रहा है वॉर,एक तरफ़ निशिकांत,दूसरे तरफ़ राज पलिवार
गठबंधन प्रत्याशी लाभ का कर रहें हैं इंतज़ार
देवघर। झारखंड में लगातार बढ़ रही गर्मी और तपिस से आम जन जीवन पर ख़ासा प्रभाव पड़ता दिख रहा है।वहीं इसी के साथ साथ गोड्डा लोकसभा क्षेत्र की चुनावी राजनीति भी पूरी तरह से”हीट वेव”का रूप लेकर वातावरण में फैल रहा है।
गोड्डा लोकसभा का चुनाव दिनों दिन काफ़ी दिलचस्प होता जा रहा है।पूर्व में “इंडी”गठबन्धन के प्रत्याशी के बदलाव से जहां लग रहा था कि महागठबन्धन दल में छीछालेदर हो सकता है,वहीं जस्ट इसके विपरीत भाजपा के खेमें में अचानक हलचल मच गया है जो सोशल मीडिया में देखा जा रहा है।
भाजपा के दो बड़े नेता एक दूसरे के ख़िलाफ़ आमने सामने खड़े दिख रहे हैं।एक तरफ निवर्तमान सांसद सह प्रत्याशी निशिकांत दुबे हैं तो दूसरी तरफ़ झारखण्ड के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता राज पलिवार हैं। दोनों के बीच सोशल मीडिया में “वॉर”शुरू हो गया है।
निवर्तमान सांसद सह गोड्डा से भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुवे ने बीजेपी के ही एक बड़े नेता पर आरोप लगाते हुए कहा कि मधुपुर विधानसभा “उपचुनाव” में पूर्व विधानसभा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को हराने का काम किया था, और वही इस बार “बीजेपी” नेता फिर उन्हें हराने के लिए सक्रिय हो गए हैं।
शादी, यज्ञ, जारनी मरनी में जाने के बहाने क्षेत्र के लोगों को उनके खिलाफ भड़का रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि बीजेपी के चौला में छिपे नक़ाब का पर्दाफाश करने वालों को सम्मानित स्थान देंगे। निवर्तमान सांसद निशिकांत दुबे के इस पोस्ट के बाद पूर्व मंत्री सह भाजपा नेता राजपलिवार ने भी इशारे इशारे में पोस्ट करते हुए लिखा कि “खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे” राम राम छि छि…अभी तक तो यह सोशल वॉर” छांया”के रूप में चल रहा था पर वह अब सामने आ गया और सांसद ने पूर्व मंत्री के पोस्ट के बाद फ़िर अपने फेसबुक वॉल पर लिखा”चोर की दाढ़ी में तिनका”।
वहीं सांसद निशिकांत दुवे ने पुनःलिख कर पोस्ट किया की उनके अनुसार मधुपुर में पूर्व उम्मीदवारों में राज पलिवार, अभिषेक आनंद झा और विशाखा सिंह भी थीं पर इतनी तिलमिलाहट इन्हीं को क्यों?” खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे”-इस पोस्ट ने यह ज़ाहिर कर दिया की बीजेपी के चोला में छुपा नेता राज पलिवार ही हैं।
वैसे राजलिवार ने फ़िर पलटबार करते हुए अपने पोस्ट में लिखा “हांथी बुले बाजार,कुत्ता भूके हज़ार”।बहरहाल वैसे तो संथाल परगना में चुनाव आखरी चरण में एक जून को होना है पर अभी से ही सह मात का खेल चालू हो गया है
जिसका मजा मतदाता ले रहें हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो इस तरह के आपसी “वॉर” का फायदा कहीं महागठबंधन के प्रत्याशी को न मिल जाए?