
Deoghar: गोड्डा लोकसभा की लड़ाई हुई रोचक, भाजपा और कॉंग्रेस आमने सामने
भाजपा प्रत्याशी को विकास पर, तो गठबंधन प्रत्याशी को एक जुटता पर भरोसा
समीकरण बनाने में जुटे गठबंधन दल के नेता
देवघर। गोड्डा लोकसभा चुनाव प्रचार अब आहिस्ते आहिस्ते परवान चढ़ने लगा है। गोड्डा लोकसभा में लड़ाई अब आमने सामने की दिख रही है। एक तरफ भाजपा प्रत्याशी निवर्तमान सांसद निशिकांत दुवे हैं तो दूसरी ओर महागठबंधन के प्रत्याशी कॉंग्रेस के टिकट पर प्रदीप यादव हैं। जहां एक ओर निशिकांत दुवे चौका मार चौथी बार जीत के लिए आस्वस्त दिख रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ़ प्रदीप यादव को गठबंधन दल की एक जुटता पर पूरा भरोसा दिख रहा है और लगातार सभी मिलकर केम्पेनिंग में जुटे हुए हैं।
भाजपा प्रत्याशी को कहीं कहीं क्षेत्र में विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है ऐसे में प्रदीप यादव के खेमें में कभी कभी खुशी दिख जाती है? वैसे भाजपा के सभी विंग के साथ साथ प्रत्याशी निशिकांत दुवे भी सपरिवार खूब पसीना बहा रहे हैं, उन्हें पूरा भरोसा है कि उनके द्वारा क्षेत्र में किये गए विकास का लाभ उन्हें क्षेत्र की जनता अवश्य देगी।वहीं महागठबंधन दल के लोगों को पूरा पूरा भरोसा है कि यादव और अल्पसंख्यक गोलबन्द हो चुके हैं और उनके साथ ओबीसी और एसटी का भी झुकाव है
जिसका लाभ इस चुनाव में उन्हें निश्चित मिलेगा।वहीं चुनाव को एक नया एंगल देनें के लिए देवघर के जाने माने पत्रकार उदय शंकर खवाड़े भी मार्क्सवादी समन्वय समिति के टिकट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं और उन्हें विश्वास है कि समाज का समर्थन उन्हें अवश्य मिलेगा, वहीं मधुपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अभिषेक झा के भी चुनाव लड़नें की चर्चा है इन्हें राजनीति विरासत में मिली है और इन्हें इसका लाभ भी मिलेगा ऐसी उम्मीद की जा रही है। वहीं राजनीति के जानकारों की मानें अगर ये दोनों भी चुनाव लड़ते हैं तो निश्चित तौर पर भाजपा प्रत्याशी के मतों में सेंधमारी हो जाएगी जिसका असर चुनाव परिणाम पर पड़ सकता है?
वैसे भाजपा कार्यकर्ताओं ने 9 लाख पार का नारा दिया है तो दूसरी तरफ महागठबन्धन के लोग इसे आत्मसम्मान की लड़ाई बनाकर जीत की विगुल फूंकने के लिए आतुर दिखते हैं और लगातार क्षेत्र में पसीना बहा रहे हैं।बहरहाल संथाल परगना प्रमंडल के तीन सीटों पर चुनाव आखरी चरण में एक जून को होना है और परिणाम ही बताएगा कि ताज किन्हें मिला? वैसे मतदाता साइलेंट हैं और परिवर्तन की अंडर करेंट चलने की बात कहि सुनी जा रही है।
गोड्डा लोक सभा क्षेत्र में गोड्डा के अलावे महगामा,पोड़ैयाहाट,देवघर,मधुपुर, और जरमुंडी विधानसभा का कुछ भाग आता है जिनमें वर्तमान में महगामा, जरमुंडी और पोड़ैयाहाट में कांग्रेस के विधायक हैं तो वहीं मधुपुर में जेएमएम की जीती हुई सीटें हैं और महागठबंधन के प्रत्याशी को इन चारों विधानसभा में लाभ मिलने की बात कही जा रही है अगर ऐसा हुआ तो गोड्डा लोकसभा का परिणाम भी बदला हुआ नजऱ आ सकता है?
वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा बहुत बड़ा फेक्टर है जिसका लाभ भाजपा के उम्मीदवार को मिलने की संभावना है। निशिकांत दुवे हेट्रिक लगा चुके हैं और चौथी जीत को लेकर भी आस्वस्त दिखते हैं।