देवघर। मोहनपुर थाना क्षेत्र के तुम्बाबेल गांव में रविवार की शाम चाकू से हमला कर एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल किए जाने का मामला सामने आया है। हमले में 55 वर्षीय अंतलाल दास गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जिन्हें आनन-फानन में परिजनों द्वारा सदर अस्पताल, देवघर में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। घटना को लेकर गांव में दहशत और तनाव का माहौल बना हुआ है, वहीं पुलिस को परिजनों द्वारा लिखित शिकायत भी दर्ज कराई गई है।

घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, अंतलाल दास अपने दैनिक कामकाज से वापस घर लौट रहे थे। उसी दौरान गांव के ही विजय दास ने उन पर अचानक चाकू से हमला कर दिया। हमले में अंतलाल की गर्दन पर गंभीर चोट आई है। परिजनों के अनुसार, यह हमला जान मारने की नीयत से किया गया था। घायल के भाई धीरेंद्र दास ने बताया कि उसके भाई और विजय दास के बीच पहले से कुछ पुराना विवाद चला आ रहा था। उसी विवाद के कारण यह घटना घटी हो सकती है।
धीरेंद्र दास ने बताया कि रविवार को जब अंतलाल दास अपने घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे विजय दास ने अचानक उन पर हमला बोल दिया और चाकू से गर्दन पर वार कर दिया। वार इतना तेज था कि अंतलाल वहीं जमीन पर गिर पड़े और बुरी तरह घायल हो गए। घटना के बाद ग्रामीण जुट गए और जल्द ही परिजनों की मदद से घायल को अस्पताल पहुंचाया गया।
परिजनों का कहना है कि उन्होंने घटनास्थल की जानकारी मोहनपुर थाना को दे दी है और लिखित शिकायत भी दर्ज कराई गई है। परिजनों ने यह भी बताया कि अंतलाल कभी-कभार शराब पीते थे और शराब के नशे में हो-हल्ला भी हो जाता था। संभव है कि इसी व्यवहार को लेकर दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश पनप गई हो, जिसके परिणामस्वरूप यह गंभीर घटना सामने आई।
सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि घायल को गर्दन में गहरा कट लगा है, लेकिन समय रहते अस्पताल पहुंच जाने के कारण उनकी जान बचाई जा सकी। फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है और उपचार जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, पूर्ण रूप से स्वस्थ होने में कुछ दिन लग सकते हैं।
दूसरी ओर, गांव में इस घटना के बाद से तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों परिवारों के बीच पहले भी कई बार विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, गांव में आपसी विवादों के निपटारे के लिए पंचायत भी की गई थी, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका। घटना के बाद पुलिस गांव में गश्त बढ़ा सकती है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
मोहनपुर थाना पुलिस ने बताया कि मामले में लिखित शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आरोपी विजय दास की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट है कि दोनों परिवारों के बीच पुराना विवाद था और उसी के कारण हमला किया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
देवघर जिला में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जहां मामूली विवाद से लेकर पुरानी रंजिश तक लोगों की जान पर बन आती है। पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में विवाद बढ़ते जा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि समय रहते अगर पंचायत और प्रशासनिक स्तर पर विवादों का समाधान करा दिया जाए तो ऐसी घटनाओं पर रोक लग सकती है।
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और गांव का माहौल शांत हो सके। वहीं, परिजनों ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग भी की है, क्योंकि उन्हें आशंका है कि आरोपी या उसके समर्थक कोई और अनहोनी न कर दें।
घटना के बाद गांव के लोग अस्पताल पहुंचकर अंतलाल दास का हालचाल लेते रहे। परिजनों ने बताया कि फिलहाल डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी स्थिति की निगरानी कर रही है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, घायल को कुछ दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा।
अंतलाल दास के परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत मजबूत नहीं है। ऐसे में परिवार ने सरकार और स्थानीय प्रशासन से सहायता की मांग की है कि इलाज और सुरक्षा के लिए पर्याप्त सहयोग दिया जाए। परिजनों का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार अक्सर आर्थिक और मानसिक दोनों तरह से टूट जाता है, इसलिए सरकार को गंभीरता से इस दिशा में मदद करनी चाहिए।
मोहनपुर पुलिस ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही घटना के पीछे के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा। पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की तैनाती की जा सकती है। ग्रामीणों और परिजनों को भरोसा है कि पुलिस जल्द से जल्द घटना का पर्दाफाश कर आरोपी को न्याय के कटघरे में खड़ा करेगी। उधर, अस्पताल में अंतलाल दास का इलाज जारी है और डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है, जो परिजनों के लिए राहत की बात है।
