सड़क पर चलते समय हम रोज़ाना तरह–तरह के ट्रैफिक साइन बोर्ड देखते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि अधिकतर लोग इन्हें ठीक से समझ नहीं पाते और अनजाने में ही कई बार नियमों का उल्लंघन कर बैठते हैं। चाहे आप चारपहिया वाहन चला रहे हों, बाइक चला रहे हों या फिर सड़क पार करने वाले पैदल यात्री हों—ट्रैफिक साइन को समझना हर किसी के लिए अनिवार्य है। ये छोटे–छोटे संकेत ही हमारी सुरक्षा, अनुशासन और सफर की सुगमता सुनिश्चित करते हैं।

भारत में होने वाली अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं के पीछे ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और संकेतों की अनभिज्ञता सबसे बड़ी वजह मानी जाती है। इसलिए ट्रैफिक संकेतों को जानना सिर्फ लाइसेंस के लिए नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है। आइए जानते हैं उन 20 जरूरी ट्रैफिक साइन के बारे में, जिनकी जानकारी हर नागरिक को होनी चाहिए।
1. स्टॉप (STOP) साइन
यह सबसे महत्वपूर्ण और आदेशात्मक साइन है। इस साइन को देखते ही वाहन को पूरी तरह रोकना अनिवार्य होता है। इसे आमतौर पर चौराहों या स्कूल जोन के पास लगाया जाता है।
2. नो एंट्री
इस साइन का मतलब है कि उस रास्ते में प्रवेश बिल्कुल मना है। कई लोग इसे नजरअंदाज कर गलत साइड में प्रवेश कर जाते हैं जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।
3. स्पीड लिमिट
हर मार्ग पर तय की गई अधिकतम गति सीमा का पालन करने के लिए यह साइन लगाया जाता है। वाहन चालक को इससे आगे की स्पीड नहीं बढ़ानी चाहिए।
4. वन वे (One Way)
यह संकेत बताता है कि सड़क एकतरफा है। इस पर उल्टी दिशा में आना खतरनाक और अवैध दोनों है।
5. पार्किंग निषेध (No Parking)
इस साइन वाले क्षेत्र में वाहन खड़ा करना नियमों का उल्लंघन है। यहां पार्किंग करने पर चालान लग सकता है।
6. पार्किंग एरिया
यह बताता है कि यहां वाहन सुरक्षित रूप से पार्क किया जा सकता है। बड़े बाजार, अस्पताल, मॉल या ऑफिस क्षेत्रों में यह साइन दिखता है।
7. यू-टर्न निषेध (No U-Turn)
इस जगह पर वाहन को यू-टर्न लेना मना है, क्योंकि यह ट्रैफिक फ्लो में बाधा डाल सकता है और दुर्घटना का कारण बन सकता है।
8. यू-टर्न अनुमति
जहां यह साइन लगा हो, वहां वाहन चालक सुरक्षित रूप से यू-टर्न ले सकते हैं।
9. ओवरटेकिंग निषेध
यह साइन मुख्य रूप से संकरे मार्ग, पहाड़ी क्षेत्रों और हाई स्पीड ट्रैफिक में लगाया जाता है, जहां ओवरटेक करना खतरनाक होता है।
10. स्कूल अहेड
इस संकेत के दिखाई देते ही गति कम करनी चाहिए, क्योंकि आसपास बच्चों की आवाजाही रहती है।
11. हॉस्पिटल अहेड
यह संकेत बताता है कि पास में अस्पताल है, इसलिए हॉर्न का उपयोग न्यूनतम करें।
12. रेलवे क्रॉसिंग
यह बिना बैरियर या बैरियर वाली रेलवे लाइन के बारे में आगाह करता है। इससे पहले वाहन धीमा करना आवश्यक है।
13. खतरा चेतावनी (Dangerous Dip)
इस साइन का अर्थ है कि आगे अचानक सड़क नीचे की ओर जाती है। गाड़ी को नियंत्रित गति में चलाना जरूरी है।
14. तेज मोड़ (Right/Left Sharp Turn)
इस साइन से पता चलता है कि आगे सड़क अचानक तेजी से मुड़ती है। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में यह महत्वपूर्ण संकेत है।
15. संकरी सड़क (Narrow Road)
इसका मतलब है कि आगे की सड़क संकरी है और वाहनों को सावधानी से चलना चाहिए।
16. गोल चक्कर (Roundabout)
यह साइन बताता है कि आगे राउंडअबाउट है। यहां वाहन को धीमा करना और दाएँ से आने वाले ट्रैफिक को प्राथमिकता देना जरूरी है।
17. पैदल पार पथ (Pedestrian Crossing)
इस संकेत को देखते ही वाहन चालकों को गति कम करनी चाहिए, क्योंकि यहां पैदल यात्री सड़क पार करते हैं।
18. पशु मार्ग (Cattle Crossing)
गांवों और हाईवे के पास यह साइन लगाया जाता है जहां पशुओं के सड़क पार करने की संभावना रहती है।
19. ढलान मार्ग (Steep Ascent/Descent)
इससे आगे तेज चढ़ाई या ढलान होती है। ड्राइवर को गियर कंट्रोल और स्पीड कंट्रोल पर ध्यान देना होता है।
20. ट्रैफिक सिग्नल अहेड
यह बताता है कि आगे सिग्नल है। वाहन को पहले ही धीमा कर देना चाहिए ताकि रेड लाइट पर अचानक ब्रेक लगाने की जरूरत न पड़े।
ट्रैफिक साइन समझना क्यों है जरूरी?
दुर्घटनाओं को रोकने में मदद
ट्रैफिक अनुशासन बनाए रखना
सड़क सुरक्षा में सुधार
ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में अहम भूमिका
समय, पैसा और जीवन की रक्षा
आज के समय में जब सड़क दुर्घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, ऐसे में इन नियमों का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। ट्रैफिक साइन सिर्फ बोर्ड नहीं, बल्कि हमारे सुरक्षा कवच हैं। इन्हें समझें, अपनाएँ और दूसरों को भी जागरूक करें।
