
businessman hand holding a pen, businessman writing on the paper
Deoghar: सुपरवाइजर धर्मेंद्र सिंह को हटानें की उठी मांग
झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने किया पत्राचार
देवघर। झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी फ्रंट लाइन साल्युशंस प्राइवेट लिमिटेड के सुपरवाइजर धर्मेन्द्र सिंह उर्फ टिंकू सिंह को हटाने की मांग की है।
पंद्रह दिन में उसे नहीं हटाये जाने पर संघ के द्वारा आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। इस संदर्भ में एन एच एम की एएनएम अनुराधा कुमारी के द्वारा भी इस सुपरवाइजर के खिलाफ सिविल सर्जन और संगठन को पत्र देकर कारवाई की मांग की है। एएनएम ने कहा कि उसने पूर्व में 59 महीने आउटसोर्सिंग के तहत काम किया था जिसमें उसे मात्र 54 महीने का वेतन मिला था।
फरवरी चौबीस में एन एच एम में मेरी नियुक्ति हुई, फिर जुन में कंपनी के द्वारा इनके खाते में और एक महीने का वेतन आया तो इन्हें पचपन महीने का वेतन मिला लेकिन अभी भी पांच महीने का बकाया है। इधर कंपनी के सुपरवाइजर के द्वारा कंपनी के जिला प्रबंधक पवन कुमार के मोबाइल फोन पर फोन कर बात किया और अभद्र व्यवहार करते हुए पैसे की मांग करने लगा और पैसा नहीं देने पर नौकरी से हटवा देने और बर्बाद करने की धमकी दी वहीं सिविल सर्जन को भी हटवा देने की बात कही।
अप्प
श्री मिश्रा ने कहा कि यह सुपरवाइजर खासकर महिला कर्मचारियों को गलत नियत से प्रताड़ित करता है। यह अब सिर्फ आउटसोर्सिंग ही नहीं अनुबंध और नियमित कर्मचारियों को भी प्रताड़ित करता है वहीं जिले के वरीय पदाधिकारियों के खिलाफ भी अभद्र भाषा का प्रयोग करता है। अब यह देखना है कि सिविल सर्जन इस पर कारवाई करते हैं या संघ के आंदोलन के बाद इसे हटाया जाता है या फिर इस पर कोई कारवाई नहीं होती है।