
Deoghar: सावन मास के प्रथम सोमवार से सोलह सोमवार तक व्रत करने पर मनोकामना की होती है पूर्ति।
देवघर। सावन मास भगवान शिव की पूजा उपासना एवं उपवास के लिए है। भगवान शिव को श्रावण मास सर्वाधिक प्रिय है। सती ने दक्ष प्रजापति के यज्ञ में अपना शरीर होम करने के बाद जब उन्होंने हिमालय की पुत्री पार्वती के रूप में जन्म लिया तब उन्होंने श्रावण मास में भगवान शिव की विधिवत पूजा उपासना की थी।
इसके कारण उन्होंने भगवान शिव को पुन: पति के रूप में प्राप्त किया। इसी कारण भगवान शिव को यह मास बहुत प्रिय है। श्रावण में सोमवार का दिन तो भगवान शिव की पूजा का ही दिन है।
श्रावण मास के प्रथम सोमवार से सोलह सोमवार तक व्रत करने पर मनोकामना की पूर्ति होती है। श्रावण मास के प्रथम सोमवार से शुरू करते हुए कार्तिक मास की अमावस्या तक रोटक नामक व्रत किया जाता है।
यह व्रत अर्थ सिद्धि प्रदाता है। यही कारण है कि सभी शिवभक्त श्रावण के सोमवार को व्रत रखते हैं एवं पूजा उपासना करते हैं।
यही कारण हैं कि इस महीने कुमारी कन्या अच्छे वर के लिए शिव जी की पूजा करती हैं।