
Deoghar: नए साल पर मंडरा रहा गरीब मरीजों पर आर्थिक संकट, सदर अस्पताल में इलाज होगा निःशुल्क लेकिन पार्किंग में में करना होगा भुगतान।
देवघर। देवघर सदर अस्पताल प्रबंधन नव वर्ष से सभी वाहनों से पार्किंग शुल्क लेने की तैयारी में जुटा हुआ है। ऐसे में गरीब मरीजों के लिए इलाज करवा पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि शहरी क्षेत्र की अपेक्षा यहां सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अधिक मात्रा में पहुंचते हैं।
जो कि किसी तरह साधन संसाधन का इंतजाम कर यहां इलाज करवाने आते हैं। यदि इन लोगों से पार्किंग शुल्क लिया जाएगा तो सवारी गाड़ी वाले इन्हें अस्पताल के बाहर ही उतार देंगे, जिससे की इन मरीजों की स्थिति गंभीर होगी उनको काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा।
इस संबंध में लोगों का कहना है कि सदर अस्पताल में गरीब तबके के लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं, जो कि दवाई भी निःशुल्क में लेने लिए घंटों तक लाइन में खड़े इंतजार करते हैं। ऐसे में पार्किंग शुल्क जैसी योजना इनके लिए बोझ से कम नहीं होगी।
अस्पताल प्रबंधन की ओर से जारी किए गए टेंडर के तहत सदर अस्पताल आने वाले मरीजों व उनके परिजनों से पार्किंग शुल्क के रूप में 10 रु से लेकर 100 रु तक चुकाने पड़ेंगे जबकि मरीजों को ओपीडी में इलाज के लिए सिर्फ 10 रु की पर्ची लेनी होती है।
ऐसे में पार्किंग शुल्क वसूलने से गरीब मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा, जो कि कही से उचित नहीं है, आज के इस महंगाई के दौर में गरीब असहाय लोगों के लिए सदर अस्पताल किसी वरदान से कम नहीं है लेकिन अस्पताल प्रबंधन की इन कुनीतियों के कारण गरीब लोग चिंतित हो जाते है। अस्पताल प्रबंधन को फिर से अपने इस निर्णय पर विचार करना चाहिए, जहां एक तरफ इलाज मुफ्त है तो दूसरी तरफ पार्किंग शुल्क वसूलने जैसे निर्णय विचारणीय है।
वही हमारे पत्रकार ने जब सदर अस्पताल पहुंचे हुए मरीजों से इस संबंध में बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि यह यहां लिखी हुई दवाइयां भी घंटा लाइन में खड़े होकर लेने के लिए तैयार है क्योंकि दवाइयां निशुल्क मिलती है जबकि ओपीडी में इलाज करने के लिए मात्र ₹10 का एक टोकन काटना पड़ता है ऐसे में सदर अस्पताल की दोहरी नीति का यह योजना समझ से परे है अगर लाचार मैरिज सदर अस्पताल पहुंचेंगे तो उन्हें सवारी गाड़ी वाले मुख्य द्वार पर ही छोड़कर भाग जाएंगे क्योंकि अंदर आने के बाद उन्हें पार्किंग के लिए गाढ़ा शुल्क देना पड़ेगा, ऐसे में इन्हें यह व्यवस्था जल्द से जल्द बंद कर देनी चाहिए।
इधर इस मामले में नवनिर्वाचित विधायक सुरेश पासवान से बात की गई तो उन्होंने आम जनों से आश्वासन देते हुए कहा कि इस संबंध में यह जिला उपयुक्त से बात करेंगे और इस पर समाधान करने की गुहार भी लगाएंगे।