
Deoghar: नववर्ष पर छाया मातम, क्रोध ने कैसे ली पांच लोगों की जान पढ़े विस्तार से।
देवघर। हजारीबाग जिले के चरही थाना क्षेत्र के सरवाहा गांव में पत्नी से हुई विवाद के बाद सुंदर करमाली नामक युवक बाइक समेत कुएं में जा डूबा। उसे बचाने के क्रम में चार दोस्त भी डूब गये। पांचों लोगों की मौत से नववर्ष की खुशी गम में बदल गयी।
शवों को निकालने के लिए कुएं में पांच मोटर पंप लगा कर पानी निकाला गया।इसके बाद एक-एक कर पांच शवों को निकाला गया।पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. यह घटना एक जनवरी की दोपहर करीब 12 बजे की है।
लगभग 12 बजे पांचों युवक जश्न मनाकर सुंदर करमाली के आंगन में बैठे थे। इसी दौरान सुंदर करमाली और उसकी पत्नी रूपा देवी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। पत्नी की बात सुंदर करमाली को इतनी नागवार गुजरी कि वह मोटरसाइकिल लेकर घर के आंगन के बगल स्थित कुएं में कूद गया। इस घटना को देखकर उसके साथ बैठे अन्य चार साथी सुंदर करमाली को बचाने के लिए एक-एक कर कुएं में उतरे।
काफी देर गुजर जाने के बाद भी सभी जब बाहर नहीं निकले, तो सुंदर करमाली की पत्नी जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंच गये। इसके बाद लोगों ने शवों को निकालने के लिए लगभग दो घंटे तक मोटर पंप लगाकर कुएं का पानी निकाला। दो घंटे बाद पानी जब कम हुआ तो लोगों ने शवों को निकाला।
समाज में ऐसी घटना वाकई बहुत निंदनीय है एक छोटी सी नोंकझोंक के कारण पांच लोग मौत के मुंह में चले गए। लोगों पर क्रोध इस कदर हावी हो रहा है कि वो खुद पर भी नियंत्रण खो देते हैं। इस क्रोध के कारण समाज में आए दिन ऐसी बड़ी घटना देखने को मिल जाती हैं।
क्रोधी स्वभाव का होना आपके समाजिक जीवन के लिए अच्छा नही है। क्रोध आपके मन और शरीर दोनों को नुकसान पहुँचता है। क्रोध में लिया गया फैसला अधिकतर गलत सिद्ध होता है। हम सभी लोगो को कभी न कभी क्रोध आ ही जाता है। यह एक सामान्य मानवीय भावना है। क्रोध और तूफान एक जैसे होते हैं, दोनों के शांत होने के बाद पता चलता है कि नुकसान कितना हुआ है। निरन्तर प्रयास से क्रोध पर नियंत्रण किया जा सकता है।