
Aara suicide case: शादी की खुशियाँ मातम में बदलीं: बारात निकलने से तीन घंटे पहले दूल्हे ने की आत्महत्या, दुल्हन को भेजी आखिरी तस्वीरें।
आरा, भोजपुर। जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ आज बुधवार को शादी के महज तीन घंटे पहले दूल्हे ने आत्महत्या कर ली। घटना भोजपुर जिले के आरा शहर की है, जहाँ शादी की खुशियों के बीच यह खबर पूरे परिवार और समाज के लिए गहरे सदमे का कारण बन गई।
दूल्हा, जिसकी पहचान राजीव कुमार (काल्पनिक नाम) के रूप में हुई है, की शादी उसी दिन शाम को तय थी। घर में शादी की तैयारियाँ ज़ोरों पर थीं। रिश्तेदार और मेहमानों का आना-जाना लगा हुआ था। बारात निकलने की सारी तैयारियाँ पूरी हो चुकी थीं, लेकिन तभी अचानक दूल्हा लापता हो गया।
250 मीटर दूर मिला शव
करीब तीन घंटे तक जब उसका कोई सुराग नहीं मिला, तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। कुछ ही देर बाद उसका शव घर से लगभग 250 मीटर दूर एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया। यह दृश्य देखकर परिवार वालों के होश उड़ गए और पूरे मोहल्ले में कोहराम मच गया।
मरने से पहले की शॉपिंग, दुल्हन को भेजे फोटो
बताया जा रहा है कि आत्महत्या से कुछ घंटे पहले ही राजीव ने बाजार जाकर शादी के कपड़े और कुछ अन्य सामान खरीदे थे। उसने नई शेरवानी और जूते खरीदे, जिनकी तस्वीरें उसने अपनी होने वाली पत्नी को भी भेजीं।
दुल्हन के मोबाइल में मिले चैट्स से पता चला है कि दोनों के बीच आखिरी बातचीत काफी सामान्य थी। दूल्हे ने दुल्हन को लिखा, “देखो, कैसा लग रहा हूँ?” और एक स्माइली इमोजी भी भेजी थी।
आत्महत्या के कारणों पर सस्पेंस
अब सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि आखिर राजीव ने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया? अभी तक आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।
परिजनों और दोस्तों का कहना है कि वह मानसिक रूप से बिल्कुल सामान्य लग रहा था और शादी को लेकर बहुत उत्साहित था। हालांकि कुछ करीबी रिश्तेदारों का कहना है कि कुछ दिन पहले राजीव काफी तनाव में दिख रहा था, लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस का कहना है कि मोबाइल चैट्स, कॉल रिकॉर्ड्स और घर वालों से पूछताछ के आधार पर आत्महत्या के पीछे की वजह जानने की कोशिश की जा रही है। मामले को हर पहलू से जांचा जा रहा है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
खुशी के घर में मातम
जिस घर में बैंड-बाजे बजने थे, वहां अब सिर्फ सन्नाटा है। घर की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है। दुल्हन पक्ष भी इस खबर से सदमे में है। शादी की खुशियाँ एक पल में मातम में बदल गईं।
यह घटना न सिर्फ एक परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए सोचने पर मजबूर कर देने वाली है कि मानसिक तनाव को समझना और समय पर संवाद करना कितना ज़रूरी है।