
एयर इंडिया विमान हादसा बना भारत का सबसे बड़ा इंश्योरेंस दावा, 4000 करोड़ तक पहुंच सकती है क्लेम राशि
नई दिल्ली। एयर इंडिया के विमान दुर्घटना ने भारत में बीमा क्षेत्र के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। यह हादसा इंश्योरेंस कंपनियों के लिए अब तक का सबसे बड़ा दावा (insurance claim) बनकर सामने आया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हादसे से संबंधित कुल बीमा दावों की राशि करीब 4000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना एक इंटरनेशनल रूट पर उड़ान भर रहे विमान की थी, जो तकनीकी खामी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान को भारी क्षति पहुंची, साथ ही कई यात्रियों के घायल होने की भी खबर सामने आई। फिलहाल रेस्क्यू और जांच का काम जारी है।
एविएशन इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, इस हादसे में एयरक्राफ्ट का हुलिया पूरी तरह से बिगड़ चुका है, जिसे दोबारा उपयोग में लाना असंभव माना जा रहा है। एयर इंडिया के पास मौजूद विमानों का बीमा New India Assurance और अन्य कुछ प्रमुख बीमा कंपनियों द्वारा किया गया है।
इस दुर्घटना के बाद अब बीमा कंपनियों को एयरक्राफ्ट की मरम्मत/विनाश, यात्रियों के मुआवजे और अन्य कानूनी दावों के तहत बड़ी राशि चुकानी पड़ सकती है।
बीमा एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर यात्रियों के जीवन और स्वास्थ्य पर हुए असर की बात करें, तो व्यक्तिगत मुआवजे की राशि भी करोड़ों में जा सकती है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर हुई संपत्ति की क्षति और फ्लाइट्स के डाइवर्जन से हुए नुकसान को भी जोड़ने पर यह आंकड़ा 4000 करोड़ रुपये तक पहुंचना तय माना जा रहा है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
बीमा विश्लेषक अरविंद गुप्ता के अनुसार, “यह भारत में एविएशन सेक्टर के लिए सबसे बड़ा इंश्योरेंस क्लेम होगा। इतना बड़ा नुकसान पहले कभी नहीं हुआ। इससे बीमा कंपनियों की वित्तीय स्थिति पर भी असर पड़ सकता है, खासकर री-इंश्योरेंस कंपनियों पर।”
निष्कर्ष:
एयर इंडिया की यह विमान दुर्घटना सिर्फ एक मानवीय त्रासदी नहीं, बल्कि बीमा कंपनियों के लिए आर्थिक दृष्टिकोण से भी एक बड़ी चुनौती बन गई है। आने वाले हफ्तों में इस पर विस्तृत रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है, जो विमानन सुरक्षा और बीमा नियमों को लेकर नई चर्चाएं शुरू कर सकती है।