
जौनपुर में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। अयोध्या से वाराणसी जा रही यात्रियों से भरी बस एक ट्रेलर से टकरा गई। इस भीषण दुर्घटना में चार लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि नौ यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
हादसा कैसे हुआ
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस वाराणसी की ओर जा रही थी। सुबह का समय होने की वजह से हाईवे पर धुंध छाई थी। इसी दौरान जौनपुर जिले के केराकत थाना क्षेत्र के पास बस सामने चल रहे ट्रेलर से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। कई लोग सीटों में फंस गए, जिन्हें काटकर बाहर निकाला गया।

मृतकों और घायलों की पहचान

मृतकों और घायलों की पहचान
पुलिस और प्रशासन के अनुसार हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की पहचान की जा रही है। वहीं नौ घायल यात्रियों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायलों को वाराणसी रेफर करने की तैयारी की जा रही है।
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
जैसे ही घटना की जानकारी मिली, पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। क्रेन और गैस कटर की मदद से बस में फंसे लोगों को निकाला गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना दी जा रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मृतकों के परिजनों को सरकारी मदद दी जाएगी और घायलों का मुफ्त इलाज कराया जाएगा।
स्थानीय लोगों की भूमिका
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बस से बाहर निकालने में मदद की। कई घायलों को स्थानीय साधनों से अस्पताल पहुंचाया गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसा तेज रफ्तार और ट्रेलर के अचानक ब्रेक लगाने की वजह से हुआ।
सड़क हादसों का बढ़ता खतरा
उत्तर प्रदेश में लगातार सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही है। परिवहन विभाग के अनुसार, हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और थकान से गाड़ी चलाना इसके बड़े कारण हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क सुरक्षा कानूनों के सख्त पालन और बेहतर जागरूकता से ऐसे हादसों पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है।
यात्रियों की सुरक्षा पर उठते सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बसों की फिटनेस, चालकों की जिम्मेदारी और हाईवे पर भारी वाहनों की निगरानी को लेकर प्रशासन को गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है। आम लोगों का कहना है कि ट्रेलर और ट्रक चालक अक्सर बिना नियमों का पालन किए सड़क पर चलते हैं, जिससे ऐसे हादसे होते हैं।
प्रशासनिक बयान
जौनपुर जिलाधिकारी ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में बस चालक की लापरवाही सामने आई है। ड्राइवर की भी हालत गंभीर बताई जा रही है। जिलाधिकारी ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख मुआवजा और घायलों को ₹50 हजार की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
पीड़ित परिवारों का दर्द
हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कई लोग वाराणसी में धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने जा रहे थे। अचानक हुई इस दुर्घटना ने परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। परिजनों का कहना है कि बस मालिक और प्रशासन को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
सड़क सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी
विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क हादसों से बचने के लिए कुछ मूलभूत नियमों का पालन जरूरी है, जैसे:
गति सीमा का पालन करना
थकान में वाहन न चलाना
वाहन की नियमित फिटनेस जांच
भारी वाहनों के बीच उचित दूरी बनाए रखना
ओवरटेकिंग से बचना
अगर ये नियम सख्ती से लागू हों तो हादसों की संख्या में काफी कमी आ सकती है।
जौनपुर में अयोध्या से वाराणसी जा रही बस का ट्रेलर से टकराना एक दर्दनाक हादसा है, जिसने चार परिवारों को उजाड़ दिया और कई लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। यह घटना केवल एक सड़क हादसा नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी का परिणाम है। सरकार, प्रशासन और आम जनता—सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा पर गंभीरता से काम करना होगा, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।