
भागलपुर रेलवे स्टेशन पर शनिवार को उस समय माहौल गर्मा गया जब अचानक कुछ अज्ञात युवकों ने फिलिस्तीन का झंडा फहराया और भड़काऊ नारेबाजी शुरू कर दी। इस घटना के बाद स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यात्रियों और स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस और रेलवे प्रशासन को दी। देखते ही देखते घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे मामला और तूल पकड़ गया।
घटना का पूरा विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शनिवार दोपहर करीब 12 बजे कुछ युवक स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचे और वहां फिलिस्तीन का झंडा लहराने लगे। इस दौरान उन्होंने ऐसे नारे लगाए जिनसे धार्मिक माहौल बिगड़ने का खतरा था। रेलवे स्टेशन जैसे भीड़भाड़ वाले स्थान पर इस तरह की गतिविधि ने यात्रियों में दहशत फैला दी।
यात्रियों का कहना है कि कुछ देर तक स्थिति तनावपूर्ण रही। जब पुलिस की टीम पहुंची तो युवक वहां से भाग निकले। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि झंडा फहराने वाले युवक कौन थे और उनका मकसद क्या था।
पुलिस की जांच तेज
भागलपुर रेल एसपी और जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया है। पुलिस ने कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच के लिए स्पेशल टीम गठित की गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह घटना किसी संगठित साजिश का हिस्सा हो सकती है।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आईपीसी की कई धाराओं में केस दर्ज कर अज्ञात लोगों की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की भी जांच हो रही है कि इसे किसने सबसे पहले अपलोड किया और इसके पीछे कौन लोग हैं।
सोशल मीडिया पर गरमा गरम बहस
जैसे ही घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। कुछ लोगों ने इसे कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बताया, तो वहीं कई यूजर्स ने सरकार और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। ट्विटर (X) और फेसबुक पर यह मामला कुछ ही घंटों में ट्रेंड करने लगा।
प्रशासन का बयान
भागलपुर के डीएम ने कहा कि “रेलवे स्टेशन पर इस तरह की हरकतें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। दोषियों की पहचान कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।” वहीं पुलिस कप्तान ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
घटना के बाद रेलवे स्टेशन और शहर के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जिला पुलिस लगातार गश्त कर रही है ताकि कोई भी असामाजिक तत्व स्थिति का फायदा न उठा सके।
राजनीतिक बयानबाजी शुरू
घटना के बाद स्थानीय नेताओं ने भी बयानबाजी शुरू कर दी है। विपक्षी दलों ने सरकार पर कानून-व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाया, जबकि सत्तारूढ़ दल ने इसे शांति भंग करने की साजिश करार दिया। राजनीतिक हलकों में इस घटना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्दा और स्थानीय असर
गौरतलब है कि फिलिस्तीन का मुद्दा इन दिनों वैश्विक राजनीति का हिस्सा बना हुआ है। लेकिन भारत में इस तरह की घटनाओं को लेकर पहले भी संवेदनशीलता रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थल पर विदेशी झंडा फहराना और भड़काऊ नारे लगाना, देश की आंतरिक सुरक्षा से खिलवाड़ है।
फिलहाल पुलिस जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही झंडा फहराने और नारेबाजी करने वाले युवकों की पहचान कर ली जाएगी। मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।