
देवघर/पटना। भोजपुरी इंडस्ट्री इन दिनों अफवाहों और चर्चाओं से घिरी हुई है। सोशल मीडिया पर लगातार दो बड़ी खबरें वायरल हो रही हैं—पहली, भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव की मौत की अफवाह और दूसरी, पवन सिंह के आईसीयू में भर्ती होने की खबर। इन दोनों खबरों ने भोजपुरी सिनेमा के दर्शकों और फैंस को गहरी चिंता में डाल दिया है। सवाल यह उठता है कि आखिर इन खबरों की सच्चाई क्या है और ये अफवाहें कब से वायरल होनी शुरू हुईं?
खेसारी लाल यादव की मौत की खबर क्यों फैली?
भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव को लेकर अचानक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह मैसेज फैलने लगा कि उनका निधन हो गया है। फेसबुक, व्हाट्सऐप और यूट्यूब पर कई चैनलों ने इस खबर को सनसनीखेज हेडिंग्स के साथ अपलोड कर दिया। “खेसारी लाल यादव की मौत हो गई” जैसे शीर्षकों ने लाखों लोगों को चौंका दिया।
दरअसल, इस खबर के पीछे सच्चाई यह है कि कुछ यूट्यूब चैनल और पेज अपनी TRP और व्यूज बढ़ाने के लिए फर्जी कंटेंट बनाकर वायरल करते हैं। खेसारी के निधन की खबर भी उसी का हिस्सा है। जबकि हकीकत यह है कि खेसारी लाल यादव पूरी तरह से स्वस्थ हैं और इन दिनों अपनी नई फिल्म की शूटिंग में बिजी हैं।
खेसारी लाल ने खुद सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा—
“मैं पूरी तरह स्वस्थ हूँ, मेरे मरने की खबर फैलाई जा रही है। यह सिर्फ अफवाह है। मेरे फैंस अफवाहों पर ध्यान न दें।”
पवन सिंह ICU में भर्ती होने की खबर
दूसरी तरफ भोजपुरी के “लॉलीपॉप लगेलू” फेम पवन सिंह के बारे में अचानक यह अफवाह फैल गई कि उनकी तबीयत बिगड़ गई है और उन्हें ICU में भर्ती कराया गया है। कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में लिखा गया कि पवन सिंह को हार्ट अटैक आया है और उनकी हालत गंभीर है।
यह खबर भी कुछ ही घंटों में वायरल हो गई। पवन सिंह के फैंस परेशान होकर उनके घर और मैनेजर से संपर्क करने लगे। लेकिन बाद में यह साफ हो गया कि पवन सिंह ICU में नहीं बल्कि घर पर पूरी तरह स्वस्थ हैं। यह खबर भी पूरी तरह फर्जी और आधारहीन निकली।
भोजपुरी इंडस्ट्री पर अफवाहों का असर
भोजपुरी इंडस्ट्री की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। खेसारी लाल यादव, पवन सिंह, दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ जैसे स्टार्स न सिर्फ बिहार-झारखंड बल्कि पूरे देश और विदेशों में फॉलो किए जाते हैं। यही वजह है कि इनसे जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबर तुरंत वायरल हो जाती है।
लेकिन बार-बार इस तरह की अफवाहें फैलने से फैंस के बीच भ्रम और तनाव की स्थिति पैदा हो जाती है। इंडस्ट्री के कलाकार भी कई बार इन अफवाहों से नाराज हो चुके हैं। खेसारी और पवन दोनों ने पहले भी कई बार कहा है कि सोशल मीडिया पर किसी भी खबर को सच मानने से पहले ऑफिशियल अकाउंट्स और विश्वसनीय मीडिया पर भरोसा करें।
कब और कैसे वायरल हुईं ये खबरें?
खेसारी लाल यादव की मौत की खबर सबसे पहले 3 सितंबर की देर रात फेसबुक और यूट्यूब पर फैलनी शुरू हुई।
वहीं, पवन सिंह के ICU में भर्ती होने की अफवाह 4 सितंबर को सुबह से व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम पर वायरल होने लगी।
दोनों ही खबरों ने 24 घंटे के भीतर लाखों व्यूज और शेयर बटोरे।
फैन्स का रिएक्शन
इन खबरों के फैलते ही फैंस ने सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ देनी शुरू कर दीं। कुछ लोगों ने दुख जाहिर करते हुए RIP लिख दिया, जबकि खेसारी और पवन के असली फैंस ने तुरंत इन अफवाहों को गलत बताया।
एक फैन ने लिखा—“खेसारी जी हमारे दिलों में हैं, उनकी मौत की अफवाह फैलाना गुनाह है।”
दूसरे फैन ने कहा—“पवन सिंह आज भी भोजपुरी के सम्राट हैं, उनकी लंबी उम्र की दुआ है।”
क्यों फैलती हैं ऐसी अफवाहें?
मीडिया एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस तरह की फर्जी खबरें फैलाने के पीछे मुख्य कारण है—क्लिकबेट और पैसे कमाना।
यूट्यूब और फेसबुक पर जब कोई सनसनीखेज खबर लगाई जाती है तो उस पर तुरंत व्यूज आते हैं।
जितने ज्यादा व्यूज और क्लिक मिलते हैं, उतनी ज्यादा कमाई होती है।
यही वजह है कि कुछ चैनल और पेज बिना किसी पुष्टि के इस तरह की अफवाहें फैला देते हैं।
जिम्मेदारी किसकी?
सोशल मीडिया कंपनियों को इस तरह के फेक न्यूज़ कंटेंट पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही दर्शकों को भी समझदारी से काम लेना होगा और हर वायरल खबर पर तुरंत भरोसा करने से बचना होगा।
भोजपुरी सिनेमा के दोनों सुपरस्टार—खेसारी लाल यादव और पवन सिंह पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनकी मौत और ICU में भर्ती होने की खबरें सिर्फ अफवाह हैं, जिनका हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है।
फैंस को चाहिए कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सिर्फ आधिकारिक खबरों पर भरोसा करें।
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