
चंदन मिश्रा हत्याकांड में बड़ी कामयाबी: STF मुठभेड़ में दो बदमाश घायल, तीन गिरफ्तार
आरा/पटना,चंदन मिश्रा हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने की दिशा में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात पटना एसटीएफ और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए, जबकि तीन को गिरफ्तार कर लिया गया। इस कार्रवाई को बिहार पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। घायल अपराधियों का इलाज आरा के सदर अस्पताल में चल रहा है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
कैसे हुआ एनकाउंटर:
जानकारी के अनुसार, STF को गुप्त सूचना मिली थी कि चंदन मिश्रा हत्याकांड में शामिल कुछ अपराधी बिहिया थाना क्षेत्र के एक गांव में छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर टीम ने घेराबंदी की। खुद को घिरता देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें दो बदमाश घायल हो गए। इसके बाद तीनों को दबोच लिया गया। मौके से एक देसी पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है।
कौन था चंदन मिश्रा?
चंदन मिश्रा भोजपुर जिले के चर्चित समाजसेवियों में से एक था और इलाके में उसकी अच्छी पकड़ थी। कुछ दिनों पहले उसकी दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। परिजनों ने हत्या के पीछे पुरानी रंजिश और आपराधिक गिरोह का हाथ बताया था। इस हत्याकांड की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई थी।
गिरफ्तार बदमाशों का आपराधिक इतिहास:
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार बदमाशों में दो पहले भी हत्या और लूट जैसे मामलों में जेल जा चुके हैं। एक आरोपी हाल ही में बेल पर बाहर आया था। इनके खिलाफ पटना, भोजपुर और बक्सर जिलों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसटीएफ को शक है कि यह गिरोह बिहार और झारखंड में सक्रिय है और सुपारी लेकर हत्याएं करता है।
एसटीएफ अधिकारी ने क्या कहा:
एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, “चंदन मिश्रा हत्याकांड की जांच में हमें लगातार इनपुट मिल रहे थे। सूचना मिलते ही हमने ऑपरेशन शुरू किया। मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों को गोली लगी, लेकिन हमारी टीम पूरी तरह सुरक्षित रही। आगे की पूछताछ में और भी खुलासे होने की उम्मीद है।”
इलाके में फैला डर और गुस्सा:
घटना के बाद बिहिया और आसपास के क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। स्थानीय लोगों में बदमाशों के खिलाफ भारी आक्रोश है। चंदन मिश्रा की हत्या के बाद ग्रामीणों ने कई बार सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया था और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। अब गिरफ्तारी के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है लेकिन अपराध के प्रति नाराजगी बरकरार है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
चंदन मिश्रा की हत्या पर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला था। अब जब बदमाशों की गिरफ्तारी हुई है, तब भी विपक्ष सरकार पर दबाव बनाए रखने की कोशिश में है। राजद और कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि जल्द से जल्द चार्जशीट दायर कर आरोपियों को सख्त सजा दी जाए।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस अब गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ कर रही है। जांच टीम इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या इस हत्या में कोई और शूटर शामिल था और क्या यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था। अधिकारियों के मुताबिक, जल्द ही अन्य फरार आरोपियों को भी पकड़ने के लिए सघन छापेमारी की जाएगी।
चंदन मिश्रा हत्याकांड में पटना एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि राज्य में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। मुठभेड़ के बाद की गिरफ़्तारी ने जनता में पुलिस के प्रति विश्वास को मजबूत किया है। अब देखना होगा कि अदालत में मामले की सुनवाई किस दिशा में जाती है और दोषियों को कब तक सजा मिलती है।