सीतामढ़ी (बिहार): बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीतामढ़ी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके गठबंधन पर तीखे हमले किए। शाह ने कहा कि बिहार ने लालू यादव के “जंगलराज” और घोटालों के दौर को देखा है, अब जनता उस दौर में लौटना नहीं चाहती। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ही बिहार को स्थायी विकास और स्थिरता की राह पर ले जा सकती है।
“लालू के राज में घोटाले, मोदी-नीतीश की सरकार में विकास” — शाह
अमित शाह ने अपने भाषण में कहा,
“लालू यादव के शासन में बिहार में सिर्फ घोटाले हुए, घपले हुए और गुंडाराज पनपा। गरीबों के हक का पैसा नेताओं की जेब में गया। वहीं प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी ने बिहार को नई दिशा दी है — बिजली, सड़क, पानी और रोजगार की योजनाओं से बिहार को आगे बढ़ाया है।”
शाह ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में बुनियादी ढांचे, उद्योग और रोजगार पर फोकस किया है। उन्होंने कहा कि “जो बिहार कभी पलायन के लिए जाना जाता था, आज वही बिहार आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है।”
‘लालटेन की जगह LED जल रहा है बिहार में’
शाह ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार के लोग अब लालटेन के अंधेरे में नहीं रहना चाहते। उन्होंने कहा,
“लालू जी के राज में बिहार अंधेरे में डूबा हुआ था। अब हर घर में बिजली है, हर गांव में सड़क है, हर जिले में विकास की गूंज है। मोदी जी ने जो कहा, वो करके दिखाया।”
उन्होंने जनता से अपील की कि वे बिहार को फिर से “लालटेन युग” में लौटाने की गलती न करें।

‘इंडिया गठबंधन सिर्फ सत्ता की भूखी टोली’
सीतामढ़ी की जनसभा में शाह ने इंडिया गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के पास कोई विकास का विजन या नीति नहीं है। शाह बोले,
“इंडिया गठबंधन सिर्फ सत्ता की भूखी टोली है। इनका एक ही लक्ष्य है — मोदी को हटाओ। लेकिन बिहार की जनता समझदार है, वह जानती है कि मोदी हटे तो विकास रुक जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के लोगों ने पिछले 10 सालों में यह महसूस किया है कि एनडीए की सरकार ने स्थायित्व और सुरक्षा दी है, जबकि विपक्ष ने सिर्फ जातिवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति की।
‘सीतामढ़ी को मिलेगा विकास का नया इंजन’
शाह ने वादा किया कि यदि एनडीए की सरकार दोबारा बनी तो सीतामढ़ी समेत उत्तरी बिहार के जिलों को एक “विकास कॉरिडोर” से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कृषि, दुग्ध उद्योग और सीमा सुरक्षा से जुड़े प्रोजेक्ट्स को गति दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही बिहार के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज पर काम कर रही है और आने वाले दिनों में और योजनाएं लागू की जाएंगी।
‘लालू यादव की राजनीति परिवार तक सीमित’
अमित शाह ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी राजनीति अब परिवारवाद तक सीमित रह गई है। उन्होंने कहा,
“लालू यादव का पूरा परिवार सत्ता में हिस्सेदारी चाहता है। जनता के हित इनके एजेंडे में नहीं हैं। बिहार की जनता अब जान चुकी है कि किसने राज्य को पीछे धकेला और किसने उसे आगे बढ़ाया।”
‘2025 में NDA की ही होगी जीत’
शाह ने आत्मविश्वास जताया कि बिहार की जनता इस बार भी मोदी-नीतीश गठबंधन पर भरोसा जताएगी। उन्होंने कहा कि 2025 में एनडीए सरकार भारी बहुमत से लौटेगी और बिहार को देश के विकसित राज्यों की सूची में शामिल करेगी।
जनता का उत्साह और भीड़
सीतामढ़ी की सभा में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। मंच पर ‘भारत माता की जय’ और ‘मोदी-शाह जिंदाबाद’ के नारे गूंजते रहे।
स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह सभा बिहार में एनडीए के चुनावी अभियान की शानदार शुरुआत मानी जा रही है।
सीतामढ़ी की जनसभा ने यह साफ कर दिया कि बिहार चुनाव 2025 में एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन की टक्कर दिलचस्प होगी। अमित शाह का आक्रामक भाषण इस चुनावी मौसम की दिशा तय करता नजर आ रहा है। अब देखना यह है कि जनता “विकास” और “जंगलराज” की इस बहस में किसे चुनती है।
