
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग की ओर से अधिसूचना जारी होने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। कल से नामांकन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू होगी, लेकिन अब तक सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) और विपक्षी महागठबंधन (Mahagathbandhan) के बीच सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी LJPR ने भी आज पटना में एक अहम बैठक बुलाई है, जिसमें आगामी चुनाव को लेकर रणनीति तय की जाएगी।
सीट शेयरिंग पर पेंच बरकरार
एनडीए गठबंधन में शामिल भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल (यूनाइटेड) यानी JDU के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत जारी है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा 125 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है, जबकि जदयू करीब 105 सीटें चाहती है। वहीं, हम (HAM) और रालोसपा जैसी छोटी पार्टियों को लेकर भी चर्चा जारी है।
एनडीए में यह भी चर्चा है कि कई सीटों पर तीन-कोने का मुकाबला बन सकता है, क्योंकि एलजेपी (रामविलास) ने संकेत दिया है कि वह कुछ सीटों पर “अपनी मजबूती दिखाने” से पीछे नहीं हटेगी।
महागठबंधन में भी मतभेद कायम
दूसरी ओर महागठबंधन (RJD, Congress, Left, VIP) में भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। राजद (RJD) प्रमुख तेजस्वी यादव और कांग्रेस के बीच बातचीत के कई दौर हो चुके हैं, लेकिन अब तक सीटों की संख्या पर समझौता नहीं हो पाया है।
सूत्र बताते हैं कि राजद 140 से ज्यादा सीटों पर दावा कर रही है, जबकि कांग्रेस को 60 से 65 सीटें चाहिए। वहीं, वाम दल 20 सीटों की मांग कर रहे हैं।
हाल ही में तेजस्वी यादव ने बैठक में कहा था कि “हम सबको साथ लेकर चलेंगे, लेकिन सम्मानजनक बंटवारा जरूरी है।”
LJPR की आज अहम बैठक
चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी LJPR भी इस बार पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने को तैयार है।
सूत्रों के अनुसार, पटना में आज होने वाली LJPR की बैठक में चुनावी रणनीति, प्रत्याशी चयन और गठबंधन की स्थिति पर चर्चा की जाएगी।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान इस बार “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” के नारे को फिर से प्रमुख मुद्दा बनाएंगे।
बैठक में बिहार के सभी जिलाध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया है।
NDA में सीएम चेहरा तय, विपक्ष में असमंजस
एनडीए में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर चेहरा घोषित किया गया है। भाजपा की ओर से भी उनके नेतृत्व पर कोई आपत्ति नहीं जताई गई है।
वहीं, महागठबंधन में अब तक यह साफ नहीं है कि तेजस्वी यादव को सर्वसम्मति से सीएम फेस घोषित किया जाएगा या नहीं।
कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि “फैसला सामूहिक होगा”, जबकि राजद के नेता बार-बार यह दोहरा रहे हैं कि तेजस्वी ही चेहरा होंगे।
नामांकन प्रक्रिया कल से
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया कल से शुरू होगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, पहले चरण में 13 जिलों की 68 सीटों पर मतदान होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 16 अक्टूबर रखी गई है, जबकि जांच 17 अक्टूबर को होगी। नाम वापसी की आखिरी तारीख 19 अक्टूबर तय की गई है।
पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा।
सुरक्षा और आचार संहिता लागू
राज्य में आचार संहिता (Model Code of Conduct) पहले ही लागू हो चुकी है। चुनाव आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि पोस्टर-बैनर हटाए जाएं और किसी भी तरह के भड़काऊ बयान पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
सुरक्षा के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने कहा है कि संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी।
जनता में बढ़ती उत्सुकता
बिहार की जनता अब चुनावी माहौल में पूरी तरह उतर चुकी है। सोशल मीडिया से लेकर चाय की दुकानों तक हर जगह सियासी चर्चा जोरों पर है।
युवाओं के बीच रोजगार, शिक्षा, और पलायन जैसे मुद्दे इस बार भी प्रमुख रहेंगे।
वहीं, महिलाएं सुरक्षा और महंगाई को लेकर सवाल उठा रही हैं।
जैसे-जैसे नामांकन की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, राजनीतिक समीकरण और स्पष्ट होंगे।
एनडीए और महागठबंधन दोनों के सामने बड़ी चुनौती है — सीटों का संतुलन और जनसमर्थन दोनों को साधना।
अब देखना होगा कि कल से शुरू होने वाली नामांकन प्रक्रिया के बीच कौन-सा गठबंधन अपनी रणनीति पर अमल कर पाता है और कौन पीछे रह जाता है।
बिहार का चुनावी रण अब पूरी तरह सज चुका है।