
बिहार चुनाव 2025: लालू यादव का छोटा भाषण, बड़ा असर – सासाराम रैली में गरमाया माहौल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। सासाराम में रविवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की संयुक्त रैली ‘वोटर अधिकार रैली’ में भारी भीड़ जुटी। इस रैली की सबसे खास बात रही लालू प्रसाद यादव का छोटा लेकिन दमदार भाषण, जिसने महज डेढ़ मिनट में जनता के जोश को दोगुना कर दिया।
लालू यादव का डेढ़ मिनट का भाषण बना चर्चा का विषय
सासाराम के गांधी मैदान में आयोजित रैली में मंच पर आते ही लालू यादव ने चिर-परिचित अंदाज में जनता का अभिवादन किया। उन्होंने कहा – “हम लड़ेंगे और जीतेंगे, बिहार की जनता बीजेपी को उखाड़ फेंकेगी।” लालू यादव ने अपने पुराने अंदाज में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला और जनता से विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने की अपील की।
हालांकि उनका भाषण महज डेढ़ मिनट का रहा, लेकिन भाषण खत्म होते ही मैदान तालियों और नारों से गूंज उठा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि लालू यादव की मौजूदगी ही भीड़ को उत्साहित करने के लिए काफी है, और यही उनकी ताकत है।
राहुल गांधी का हमला – “संविधान बचाने की लड़ाई”
रैली में राहुल गांधी ने मंच से बीजेपी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। राहुल ने बेरोजगारी, महंगाई और किसानों के मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा।
उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव के साथ साझा मंच को विपक्ष की एकजुटता का प्रतीक बताया और जनता से अपील की कि वे बिहार में बीजेपी को हराने में साथ दें।
तेजस्वी यादव का वादा – “बिहार को नई दिशा देंगे”
इस रैली में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लालू यादव की राजनीति हमेशा गरीबों और वंचितों की आवाज रही है। तेजस्वी ने कहा – “बिहार को रोजगार, शिक्षा और विकास की जरूरत है। हम मिलकर बिहार को नई दिशा देंगे।”
तेजस्वी ने नीतीश कुमार और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के युवाओं को छलने वाली राजनीति अब खत्म होगी और 2025 में बदलाव तय है।
विपक्षी एकजुटता का संदेश
सासाराम की इस ‘वोटर अधिकार रैली’ को विपक्षी एकता का मजबूत संदेश माना जा रहा है। मंच पर कांग्रेस, राजद और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की मौजूदगी ने साफ किया कि बिहार चुनाव 2025 में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मुकाबला होगा।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार की राजनीति में लालू यादव का करिश्मा अब भी बरकरार है। उनकी सेहत पहले जैसी नहीं है, लेकिन जनता से जुड़ाव और भाषण का प्रभाव अब भी वैसा ही दिखता है।
जनता का उत्साह और भीड़ का रुझान
रैली में जुटी भारी भीड़ ने साबित कर दिया कि बिहार में विपक्षी दलों का जनाधार मजबूत है। गांधी मैदान में महिलाओं और युवाओं की बड़ी संख्या ने माहौल को और जोशीला बना दिया। भीड़ बार-बार लालू, राहुल और तेजस्वी के समर्थन में नारेबाजी करती रही।
बिहार चुनाव 2025 की जंग
बिहार विधानसभा की लगभग 243 सीटों पर अगले साल चुनाव होना है। ऐसे में सासाराम रैली को विपक्षी रणनीति की बड़ी शुरुआत माना जा रहा है। बीजेपी-जेडीयू गठबंधन के खिलाफ कांग्रेस-राजद और महागठबंधन के बाकी दल अब एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरेंगे।
राजनीतिक पंडितों के मुताबिक, लालू यादव का छोटा भाषण महज एक ट्रेलर था, जो बिहार की चुनावी राजनीति में बड़ा असर डालेगा। उनकी एक झलक ही जनता को उत्साहित करने के लिए काफी है और यही महागठबंधन की सबसे बड़ी ताकत है।