
बिहार में इस बार दशहरा का पर्व जहां पूरे हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाने की तैयारी हो रही है, वहीं मौसम विभाग ने त्योहार की रौनक पर पानी फेरने वाली चेतावनी जारी की है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 2 से 4 अक्टूबर तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। खासतौर पर उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, मधुबनी और आसपास के जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार के हिस्सों में भी गरज-चमक के साथ बारिश होने की चेतावनी है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र का असर बिहार के मौसम पर पड़ रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तर बिहार के जिलों में देखने को मिलेगा। 2 और 3 अक्टूबर को तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि दशहरा के दौरान लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है और प्रशासन ने भी संभावित बाढ़ व जलजमाव की स्थिति को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
मुजफ्फरपुर और दरभंगा में ऑरेंज अलर्ट
मुजफ्फरपुर और दरभंगा जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने यहां के लोगों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। इन दोनों जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है और शहरी क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो सकती है। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
पटना और दक्षिण बिहार के लिए चेतावनी
पटना, नालंदा, गया, भोजपुर, समस्तीपुर और भागलपुर में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राजधानी पटना में दशहरा के दिन होने वाले रावण दहन और अन्य धार्मिक आयोजनों में बारिश खलल डाल सकती है। नगर निगम ने जलनिकासी के इंतजामों की समीक्षा की है और पंप हाउसों को दुरुस्त करने का आदेश दिया गया है।
दशहरा पर प्रभाव
बिहार में दशहरा का पर्व धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक आयोजनों से जुड़ा हुआ है। पटना, गया, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में रावण दहन के भव्य आयोजन किए जाते हैं। लेकिन भारी बारिश से आयोजन प्रभावित हो सकते हैं। मैदानों में पानी भरने और साउंड सिस्टम में खराबी जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन में भी दिक्कतें आ सकती हैं।
किसानों की चिंता बढ़ी
भारी बारिश की आशंका ने किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है। उत्तर बिहार के किसान धान की कटाई की तैयारी में थे, लेकिन लगातार हो रही वर्षा से खेतों में जलभराव की समस्या बढ़ रही है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश तेज हुई तो धान की फसल को नुकसान पहुंच सकता है।
प्रशासन की तैयारियां
राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने राहत और बचाव दल को सक्रिय कर दिया है। पटना नगर निगम ने निचले इलाकों में जलनिकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा किया है। वहीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात रहने का आदेश दिया गया है।
आमजन से अपील
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। बिजली गिरने की घटनाओं से बचने के लिए खुले मैदानों में खड़े न हों और मोबाइल फोन का इस्तेमाल बारिश के दौरान कम से कम करें।
इस बार दशहरा पर बिहार के लोगों को मौसम की मार झेलनी पड़ सकती है। जहां एक ओर लोग माता दुर्गा के जयकारों में डूबे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर बारिश की संभावना त्योहार की रौनक को फीका कर सकती है। प्रशासन ने हालांकि पूरी तैयारी का दावा किया है, लेकिन मौसम का मिजाज दशहरा पर्व पर भारी पड़ सकता है।