
जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल):पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां बीजेपी सांसद खगेन मुर्मु के काफिले पर हमला हुआ है। जानकारी के मुताबिक यह घटना नागराकाटा इलाके में हुई, जहां सांसद के काफिले पर भीड़ ने पत्थर, लाठी-डंडे, जूते और चप्पलों से हमला कर दिया। इस हमले में सांसद खगेन मुर्मु सिर में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान मौके पर जमकर हंगामा और तोड़फोड़ भी हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब सांसद खगेन मुर्मु अपने कार्यकर्ताओं के साथ इलाके का दौरा कर रहे थे, तभी अचानक भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया। देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई। लोगों ने सांसद के काफिले की कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और कुछ वाहनों को पलटने की भी कोशिश की।
घटना के बाद मचा अफरातफरी
हमले के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। सुरक्षा कर्मियों ने किसी तरह सांसद को वहां से सुरक्षित निकाला। घायल सांसद को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि खगेन मुर्मु के सिर और हाथ में चोटें आई हैं।
सूत्रों के अनुसार, घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण माहौल है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को तितर-बितर किया और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
बीजेपी का आरोप – TMC के गुंडों ने किया हमला
हमले के बाद बीजेपी ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि यह हमला तृणमूल कांग्रेस (TMC) के समर्थकों ने किया है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “खगेन मुर्मु पर हुआ यह हमला लोकतंत्र पर हमला है। तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए वे खुलेआम हिंसा कर रहे हैं।”
वहीं, सांसद खगेन मुर्मु के समर्थकों का कहना है कि वे जनसंपर्क अभियान के तहत इलाके में पहुंचे थे, लेकिन वहां पहले से ही कुछ लोग हमले की नीयत से मौजूद थे।
TMC ने आरोपों से किया इनकार
तृणमूल कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय नेताओं ने कहा कि बीजेपी राजनीतिक लाभ उठाने के लिए झूठ फैला रही है। उन्होंने कहा कि घटना में टीएमसी का कोई हाथ नहीं है और यह किसी स्थानीय विवाद का नतीजा हो सकता है।
टीएमसी प्रवक्ता ने कहा, “बीजेपी हर घटना में हमारी पार्टी को घसीटती है, जबकि सच्चाई यह है कि जनता अब उनकी राजनीति से परेशान है। हम हिंसा में विश्वास नहीं करते।”
इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा, पुलिस कर रही जांच
जलपाईगुड़ी पुलिस ने कहा कि हमले की जांच शुरू कर दी गई है और पूरे मामले की वीडियो फुटेज और सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटनास्थल से कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। साथ ही इलाके में धारा 144 लागू करने पर विचार किया जा रहा है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।
पूर्व में भी हो चुके हैं राजनीतिक हमले
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में चुनावी मौसम या राजनीतिक दौरों के दौरान नेताओं पर हमले कोई नई बात नहीं हैं। पिछले कुछ वर्षों में बीजेपी और टीएमसी नेताओं के बीच हिंसक झड़पों की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
हाल ही में पंचायत चुनावों के दौरान भी राज्य के कई इलाकों में हिंसा हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए और कुछ की मौत भी हुई थी।
बीजेपी ने राज्यपाल से मिलने की जताई तैयारी
खगेन मुर्मु पर हुए इस हमले के बाद बीजेपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य सरकार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। पार्टी ने मांग की है कि दोषियों पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाए और सांसद की सुरक्षा बढ़ाई जाए।
जनता में भय और नाराजगी
हमले की खबर फैलते ही इलाके के लोगों में भय और आक्रोश फैल गया है। कई स्थानीय निवासियों ने कहा कि वे अब अपने बच्चों को घर से बाहर भेजने से डर रहे हैं।
स्थानीय दुकानदारों ने भी बताया कि घटना के बाद पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और इलाके में भारी तनाव बना हुआ है।
राजनीतिक हिंसा पर उठ रहे सवाल
यह घटना एक बार फिर पश्चिम बंगाल की राजनीति में हिंसा के मुद्दे को केंद्र में ले आई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में लंबे समय से राजनीतिक प्रतिस्पर्धा हिंसा के जरिए होती आई है और यह लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा है।
लोगों का कहना है कि चाहे बीजेपी हो या टीएमसी, सभी पार्टियों को अब हिंसा की बजाय विकास की राजनीति पर ध्यान देना चाहिए।