
बोकारो ब्रेकिंग: आस्था ज्वेलर्स में 1.5 करोड़ की लूट का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला बेऊर जेल का कैदी, 6 आरोपी गिरफ्तार।
बोकारो। झारखंड के बोकारो जिले में स्थित चास थाना क्षेत्र के आस्था ज्वेलर्स में हुई 1.5 करोड़ रुपये के जेवर और नकदी की सनसनीखेज लूट की गुत्थी को पुलिस ने महज कुछ ही दिनों में सुलझा लिया है। इस मामले में छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि इस संगठित अपराध का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि पटना की बेऊर जेल में बंद कुख्यात अपराधी अविनाश श्रीवास्तव निकला है।
वारदात कैसे घटी?
यह लूट की घटना 23 जून (सोमवार) को शाम करीब 6 बजे घटी थी, जब हथियारों से लैस अपराधियों का गिरोह आस्था ज्वेलर्स की दुकान में घुसा और तेज रफ्तार में लगभग 1.5 करोड़ के गहने और नकदी लूटकर फरार हो गया। इस घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया था, और व्यापारियों में भी भारी दहशत फैल गई थी।
पुलिस ने बनाई विशेष जांच टीम (SIT)
बोकारो के एसपी हरविंदर सिंह ने तत्काल मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, जिसकी कमान चास थाना प्रभारी को सौंपी गई। इस टीम ने सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच की, साथ ही तकनीकी विश्लेषण (मोबाइल लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, सोशल मीडिया ट्रेसिंग आदि) के जरिए अपराधियों की पहचान की।
गिरफ्तार हुए अपराधी
जांच में तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 6 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनके पास से लूटे गए जेवरात और नकदी का बड़ा हिस्सा भी बरामद किया गया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही बाकी लूटी गई संपत्ति भी बरामद कर ली जाएगी।
मास्टरमाइंड जेल से चला रहा था नेटवर्क
सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि इस लूट को अंजाम देने की योजना पटना की बेऊर जेल में बंद कुख्यात अपराधी अविनाश श्रीवास्तव ने बनाई थी। उसने जेल के अंदर से ही मोबाइल फोन और अपने नेटवर्क के माध्यम से पूरे कांड की प्लानिंग की और अपने गुर्गों को निर्देश दिए।
पुलिस का बयान
एसपी हरविंदर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा,
> “यह एक संगठित लूट की वारदात थी जिसे बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से अंजाम दिया गया था। हमारी टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मास्टरमाइंड तक भी पहुंच बना ली है। आगे की जांच जारी है, और इस नेटवर्क में और भी नाम सामने आ सकते हैं।”
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ लूट, आपराधिक षड्यंत्र और अवैध हथियार रखने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के आधार पर राज्य के अन्य जिलों में सक्रिय आपराधिक गिरोहों की भी जांच शुरू कर दी गई है।
व्यापारी वर्ग में राहत
इस खुलासे के बाद बोकारो के व्यापारियों और आम लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है। शहर में व्यापारिक संगठनों ने एसपी और टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि पुलिस की मुस्तैदी से अपराधियों में डर बना है।
आस्था ज्वेलर्स लूटकांड के पीछे जेल में बैठा मास्टरमाइंड और उसका गिरोह यह दिखाता है कि अपराधियों के नेटवर्क कितने गहरे हैं, लेकिन बोकारो पुलिस की तत्परता ने यह साबित कर दिया कि कानून से बचना आसान नहीं। अब देखना होगा कि इस मामले से जुड़े अन्य सहयोगियों तक कब तक पुलिस पहुंचती है।