
ब्रेकिंग न्यूज: झामुमो के संरक्षक शिबू सोरेन की हालत नाजुक, ब्रेन स्ट्रोक के बाद बायां हिस्सा हुआ पैरालाइज।
झारखंड की राजनीति के सबसे मजबूत स्तंभों में से एक और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय अध्यक्ष दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक के बाद गंभीर अवस्था में दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उनके शरीर का बायां हिस्सा पैरालाइज हो गया है, जिससे उनकी स्थिति अत्यंत नाजुक बनी हुई है।
अस्पताल में भर्ती, निगरानी में इलाज जारी
डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, शिबू सोरेन को ब्रेन स्ट्रोक की गंभीर स्थिति में अस्पताल लाया गया था, जिसके तुरंत बाद मेडिकल टीम ने इलाज शुरू किया। हालांकि उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन पैरालिसिस के कारण उपचार की प्रक्रिया लंबी हो सकती है।
परिवार और समर्थकों में चिंता
उनकी बीमारी की खबर फैलते ही झारखंड से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलकों में बेचैनी फैल गई है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो शिबू सोरेन के पुत्र हैं, भी दिल्ली पहुंच सकते हैं या लगातार स्वास्थ्य अपडेट ले रहे हैं। पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना शुरू कर दी है।
क्या होता है ब्रेन स्ट्रोक?
ब्रेन स्ट्रोक उस स्थिति को कहा जाता है जब मस्तिष्क के किसी भाग में रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है या मस्तिष्क में रक्तस्राव हो जाता है। इसके कारण शरीर का एक हिस्सा सुन्न हो सकता है या काम करना बंद कर सकता है। शिबू सोरेन के मामले में बायां हिस्सा प्रभावित हुआ है, जो कि चिंता का विषय है।
शिबू सोरेन: संघर्ष की मिसाल
84 वर्षीय शिबू सोरेन झारखंड आंदोलन के प्रमुख चेहरा रहे हैं और उन्हें “दिशोम गुरु” की उपाधि से सम्मानित किया गया है। उन्होंने झारखंड को अलग राज्य बनाने के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे तीन बार राज्यसभा और कई बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं, साथ ही केंद्र सरकार में मंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
पूरा राज्य चिंतित
शिबू सोरेन की तबीयत बिगड़ने की खबर ने झारखंड के लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है। कई जिलों में पार्टी समर्थकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए मंदिरों और गुरुद्वारों में विशेष प्रार्थना शुरू की है। सोशल मीडिया पर भी शुभकामनाओं का सिलसिला जारी है।
शिबू सोरेन सिर्फ एक राजनीतिक नेता नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा हैं। उनकी तबीयत को लेकर पूरे राज्य में बेचैनी और चिंता का माहौल है। पूरा झारखंड और देश उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।