
नई दिल्ली। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के युग में आज हर कोई ChatGPT जैसे चैटबॉट्स का इस्तेमाल करने लगा है। कोई अपनी नौकरी के लिए कंटेंट लिखवा रहा है तो कोई व्यक्तिगत सलाह ले रहा है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ChatGPT हर विषय में सही सलाह नहीं दे सकता, खासकर जब बात कानूनी, चिकित्सा, वित्तीय या निजी निर्णयों की हो। ऐसे मामलों में ChatGPT पर आंख बंद करके भरोसा करना फायदे की जगह नुकसानदेह साबित हो सकता है।
1. ChatGPT क्या करता है और क्या नहीं
ChatGPT एक AI आधारित भाषा मॉडल है, जो इंटरनेट पर मौजूद डाटा और ट्रेनिंग जानकारी के आधार पर जवाब देता है। लेकिन यह खुद कोई मानव विशेषज्ञ नहीं है और इसके पास रीयल-टाइम अपडेट्स या निजी अनुभव नहीं होते। इसका मतलब है कि यह सामान्य जानकारी दे सकता है, लेकिन उस जानकारी की सटीकता और वैधता हर बार सही हो, यह जरूरी नहीं।
2. मेडिकल सलाह लेने में खतरा
कई लोग ChatGPT से स्वास्थ्य संबंधी सुझाव लेते हैं — जैसे कौन सी दवा लेनी चाहिए, या किसी बीमारी का घरेलू इलाज क्या है। लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि यह सबसे बड़ा खतरा है। ChatGPT किसी भी तरह का मेडिकल डायग्नोसिस नहीं कर सकता और इसकी दी गई सलाह गलत होने पर गंभीर स्वास्थ्य नुकसान हो सकता है।
AI की मदद सिर्फ सामान्य जानकारी तक सीमित रखनी चाहिए, जबकि असली इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह ही सर्वोत्तम है।
3. कानूनी मामलों में ChatGPT पर भरोसा न करें
अगर आप किसी मुकदमे, संपत्ति विवाद या सरकारी कानून को लेकर ChatGPT से सलाह ले रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। यह AI मॉडल किसी वकील की तरह कानून की व्याख्या नहीं कर सकता। इसकी जानकारी पुरानी हो सकती है और देश के अलग-अलग राज्यों के कानूनी नियमों में फर्क होता है।
गलत जानकारी के आधार पर कोई फैसला लेना कोर्ट में आपकी स्थिति कमजोर कर सकता है। इसलिए कानून से जुड़े किसी भी मामले में योग्य अधिवक्ता से ही परामर्श लेना जरूरी है।
4. वित्तीय सलाह में नुकसान का खतरा
कई यूजर्स शेयर मार्केट, क्रिप्टो, म्यूचुअल फंड या टैक्स प्लानिंग के लिए ChatGPT से राय लेते हैं। हालांकि, यह टूल आपको सामान्य जानकारी तो दे सकता है, लेकिन वित्तीय सलाहकार का विकल्प नहीं बन सकता।
AI का जवाब पुराने डाटा पर आधारित होता है, जबकि बाजार की स्थिति हर पल बदलती रहती है। गलत सुझाव मान लेने से आप हजारों या लाखों रुपये तक का नुकसान झेल सकते हैं।
5. निजी या रिलेशनशिप सलाह में जोखिम
लोग ChatGPT से भावनात्मक, मानसिक या रिलेशनशिप समस्याओं पर भी राय मांगते हैं। लेकिन याद रखें, यह एक मशीन है, इंसान नहीं। यह आपकी भावनाओं या परिस्थिति की गहराई को नहीं समझ सकता।
कई बार इसके उत्तर सतही या असंवेदनशील हो सकते हैं, जिससे तनाव या गलत निर्णय का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मामलों में काउंसलर या मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ से बात करना ही सही तरीका है।
6. गोपनीयता और डाटा सुरक्षा का भी सवाल
AI मॉडल के साथ बातचीत में दी गई जानकारी कंपनी के सर्वर पर संग्रहित हो सकती है। अगर आप अपने बैंक, पहचान या निजी जीवन से जुड़ी जानकारी साझा करते हैं, तो यह भविष्य में डाटा लीक का कारण बन सकती है।
इसलिए किसी भी संवेदनशील या निजी जानकारी को चैटबॉट्स के साथ साझा करने से बचें।
7. विशेषज्ञों की राय
AI विशेषज्ञों का कहना है कि ChatGPT को एक टूल की तरह इस्तेमाल करना चाहिए, न कि एक्सपर्ट एडवाइजर के रूप में। यह केवल संदर्भ देने या लेखन, अनुवाद, शोध जैसे कामों में मदद करने के लिए उपयोगी है।
अगर कोई व्यक्ति ChatGPT की सलाह पर अंधाधुंध भरोसा करता है, तो वह नुकसान का शिकार हो सकता है।
8. उपयोग करते समय बरतें ये सावधानियां:
किसी भी निर्णय से पहले प्रमाणित स्रोतों से जानकारी की पुष्टि करें।
कानूनी, स्वास्थ्य और वित्तीय मामलों में मानव विशेषज्ञों से परामर्श लें।
ChatGPT के उत्तरों को 100% सत्य न मानें।
अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें।
किसी विवादित या संवेदनशील विषय पर ChatGPT से राय न लें।
ChatGPT जैसे AI टूल हमारी जिंदगी को आसान बना सकते हैं, लेकिन यह समझना जरूरी है कि ये मानव विशेषज्ञों का विकल्प नहीं हैं। जरूरत से ज्यादा भरोसा करना आपको गलत निर्णय, वित्तीय नुकसान या कानूनी मुसीबत में डाल सकता है।
तकनीक का इस्तेमाल करें, लेकिन समझदारी से — वरना फायदे की जगह पछताना पड़ सकता है।