
Chattisgarh: बाबा बागेश्वर दरबार बिलासपुर में, चर्च के सामने उठेगा सनातन स्वर।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धार्मिक चेतना का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है, जहां बागेश्वर धाम सरकार के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का तीन दिवसीय दिव्य दरबार आयोजित किया जा रहा है। खास बात यह है कि यह दरबार एशिया के दूसरे सबसे बड़े चर्च के ठीक सामने लगाया जा रहा है, जिससे आयोजन को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
दिव्य दरबार की शुरुआत 3 जून से लिंडा चौक मैदान में होगी, जो 5 जून तक चलेगा। आयोजन स्थल पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन ने विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं।
बस्तर-जशपुर को बताया धर्मांतरण का हॉटस्पॉट
आयोजन से पूर्व पत्रकारों से बात करते हुए पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा:
“देश में सबसे अधिक धर्मांतरण का खतरा बस्तर और जशपुर जैसे इलाकों में है।”
उन्होंने आगे कहा कि आदिवासी समाज को लालच और भय के माध्यम से धर्मांतरण की ओर धकेला जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि समाज जागरूक हो और अपनी संस्कृति व आस्था की रक्षा करे।
आयोजन स्थल को लेकर भी चर्चा
इस बार का दरबार बिलासपुर के उस स्थान पर हो रहा है, जहां एशिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च स्थित है। इसे कई लोग सांस्कृतिक आत्मविश्वास का प्रतीक बता रहे हैं। हालांकि आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि इस आयोजन का मकसद किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का प्रचार है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। आयोजन स्थल पर पुलिस बल की तैनाती, ड्रोन से निगरानी, सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल टीम, ट्रैफिक कंट्रोल और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
आयोजन का उद्देश्य
आयोजकों के अनुसार, यह दरबार धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक एकता को मजबूत करने का माध्यम बनेगा। पंडित शास्त्री के प्रवचनों में धर्म, नीति, राष्ट्रप्रेम और लोककल्याण की बातें होंगी। साथ ही सैकड़ों श्रद्धालुओं को प्रेरणा, समाधान और आत्मबल प्राप्त होगा।