
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 15 वर्षों तक भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे पुजारा ने अपने करियर के दौरान कई यादगार पारियां खेलीं और टीम इंडिया को कई मुश्किल हालात से उबारा। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक संदेश लिखकर कहा कि “इंडिया की जर्सी पहनना और देश के लिए बेस्ट देने की कोशिश करना, इसे शब्दों में बयां करना बेहद मुश्किल है।”
15 साल का लंबा और यादगार सफर
सौराष्ट्र के राजकोट से आने वाले चेतेश्वर पुजारा ने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और जल्द ही भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद नंबर 3 बल्लेबाज बन गए। उन्होंने अपनी तकनीक और धैर्य के दम पर कई ऐतिहासिक टेस्ट मैचों में टीम को मजबूती दी। खासकर विदेशों में मिली जीतों में उनका योगदान अविस्मरणीय रहा।
पुजारा ने 103 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 7000 से ज्यादा रन बनाए। उनके नाम 18 शतक और 35 अर्धशतक दर्ज हैं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे मुश्किल दौरों पर उन्होंने कई बार टीम इंडिया को मजबूत आधार दिया।
संन्यास की घोषणा क्यों?
चेतेश्वर पुजारा पिछले कुछ समय से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे और चयनकर्ताओं ने उन्हें भविष्य की योजनाओं में शामिल नहीं किया था। हालांकि, उन्होंने घरेलू क्रिकेट और काउंटी क्रिकेट में लगातार रन बनाए। इसके बावजूद भारतीय टीम में वापसी की संभावनाएं कम हो गई थीं। ऐसे में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया।
पुजारा का भावुक संदेश
संन्यास की घोषणा करते हुए पुजारा ने लिखा –
“भारत की जर्सी पहनना मेरे जीवन का सबसे गर्व का क्षण रहा है। जब भी मैं मैदान पर उतरा, मेरा एक ही उद्देश्य था – देश को जीत दिलाना। मैंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की और अपने देश के लिए लड़ते हुए खेला। इस सफर में मुझे परिवार, साथियों और फैंस का जो प्यार मिला, उसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा।”
टीम इंडिया के लिए योगदान
चेतेश्वर पुजारा का नाम भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक जुझारू और भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में दर्ज रहेगा। उनकी सबसे खास पारी 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे में आई, जब उन्होंने सीरीज में 521 रन बनाए और भारत को ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीताने में अहम भूमिका निभाई। उनकी धीमी लेकिन मजबूत बल्लेबाजी ने टीम को बार-बार संकट से बाहर निकाला।
आगे क्या?
हालांकि पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि वह घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रख सकते हैं और युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देंगे। साथ ही इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में भी उनकी भूमिका जारी रह सकती है।
फैंस और क्रिकेट जगत की प्रतिक्रिया
पुजारा के संन्यास के ऐलान के बाद क्रिकेट जगत से उन्हें शुभकामनाओं की बौछार मिलने लगी। विराट कोहली, रोहित शर्मा और रहाणे जैसे उनके साथियों ने उनकी जुझारू मानसिकता और टीम के प्रति समर्पण की जमकर सराहना की। फैंस ने भी सोशल मीडिया पर उन्हें “भारतीय दीवार” कहकर भावभीनी विदाई दी।
चेतेश्वर पुजारा ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन हर बार अपनी तकनीक और संयम से उन्होंने टीम इंडिया को मजबूती दी। उनका संन्यास भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए एक बड़ा बदलाव है। उनकी जगह नए खिलाड़ियों को भरना आसान नहीं होगा, लेकिन उनकी सीख और अनुभव भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे।