
रांची, 18 सितंबर 2025।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय, कांके रोड रांची में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT), रांची के निदेशक प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री को संस्थान में चल रहे विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों, तकनीकी पाठ्यक्रमों और शोध गतिविधियों से अवगत कराया।
संस्थान की गतिविधियों की जानकारी
प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को बताया कि IIIT रांची वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में उच्चस्तरीय शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। साथ ही संस्थान का उद्देश्य राज्य और देश में टेक्नोलॉजी आधारित मानव संसाधन तैयार करना है।
उन्होंने कहा कि छात्रों को इंडस्ट्री-रेडी बनाने के लिए संस्थान ने विभिन्न कंपनियों और टेक्नोलॉजी संगठनों के साथ समझौते किए हैं, ताकि युवाओं को प्रैक्टिकल नॉलेज और रोजगारपरक प्रशिक्षण मिल सके।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने IIIT रांची के कार्यों की सराहना की और कहा कि झारखंड जैसे राज्य में इस तरह के तकनीकी संस्थान युवाओं के भविष्य को नई दिशा देने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, कौशल विकास और टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए लगातार कदम उठा रही है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि IIIT रांची आने वाले वर्षों में न केवल झारखंड बल्कि देश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में अपनी पहचान बनाएगा। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार संस्थान के विकास और विस्तार के लिए हर संभव सहयोग करेगी।
तकनीकी शिक्षा का महत्व
झारखंड जैसे खनिज संपदा से भरपूर राज्य के लिए तकनीकी शिक्षा का विस्तार बेहद आवश्यक है। डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों को सफल बनाने में IIIT जैसे संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। IIIT रांची युवाओं को नई तकनीकों की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें शोध और नवाचार की दिशा में प्रेरित कर रहा है।
भविष्य की योजनाएं
निदेशक ने मुख्यमंत्री को बताया कि IIIT रांची निकट भविष्य में कई नए कोर्स शुरू करने जा रहा है, जिनमें साइबर सिक्योरिटी, रोबोटिक्स और मशीन लर्निंग प्रमुख हैं। साथ ही विदेशी विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ सहयोग की दिशा में भी कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संस्थान राज्य सरकार के साथ मिलकर झारखंड के विभिन्न जिलों में टेक्नोलॉजी जागरूकता अभियान भी चलाएगा, ताकि ग्रामीण इलाकों के छात्र-छात्राएं भी उच्च शिक्षा और डिजिटल स्किल्स से जुड़ सकें।
मुख्यमंत्री और IIIT निदेशक की यह मुलाकात न केवल शिष्टाचार भेंट थी, बल्कि झारखंड के शिक्षा और तकनीकी विकास के नए आयामों को भी रेखांकित करती है। यह साफ है कि राज्य सरकार और शैक्षणिक संस्थान मिलकर युवाओं को बेहतर भविष्य और रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में काम कर रहे हैं।