
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के सीआर पार्क (CR Park) में इस वर्ष दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन विशेष थीम के साथ किया जा रहा है। इस बार पूजा पंडाल की झलक बिल्कुल राजस्थान के जैसलमेर के गोल्डन फोर्ट (Golden Fort) जैसी दिखाई देगी। आयोजकों ने पूरे पंडाल को रेतीले पीले पत्थरों की नकल से सजाने की योजना बनाई है, जिससे श्रद्धालुओं को ऐसा अनुभव होगा मानो वे सचमुच राजस्थान के किले के बीच मां दुर्गा की भव्य मूर्ति के दर्शन कर रहे हों।
इस साल की खासियत यह है कि पंडाल में मां दुर्गा की 18 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो पूरे पंडाल की शोभा को चार गुना बढ़ा देगी। पूजा समिति का दावा है कि यह प्रतिमा अपनी भव्यता और कलाकारी के कारण पूरे दिल्ली-एनसीआर में आकर्षण का केंद्र बनेगी।
पंडाल की थीम – राजस्थान का गोल्डन फोर्ट
सीआर पार्क की दुर्गा पूजा दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी अनूठी थीम और भव्यता के लिए जानी जाती है। इस बार की थीम राजस्थान के जैसलमेर का प्रसिद्ध सोनार किला (Golden Fort of Jaisalmer) है, जिसे यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।
पंडाल की बाहरी संरचना को रेत-पत्थरों जैसे रंग से रंगा जाएगा।
मुख्य प्रवेश द्वार को राजस्थानी नक्काशी और झरोखों के रूप में सजाया जाएगा।
अंदर का माहौल बिल्कुल किले जैसा होगा, जहां श्रद्धालुओं को सुनहरी रोशनी और राजस्थानी कलाकृतियों का अनुभव मिलेगा।
आयोजकों का कहना है कि पंडाल का यह डिज़ाइन लोगों को आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारत की समृद्ध विरासत और संस्कृति की झलक भी दिखाएगा।
माता दुर्गा की 18 फीट ऊंची मूर्ति – श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण
इस बार पंडाल में स्थापित 18 फीट ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा खास आकर्षण का केंद्र होगी। मूर्ति को बंगाल और कुम्हार टोली के कारीगरों ने महीनों की मेहनत से तैयार किया है।
मूर्ति में देवी दुर्गा को महिषासुर मर्दिनी के रूप में दर्शाया गया है।
प्रतिमा के चारों ओर सिंह, महिषासुर और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी सजाई जाएंगी।
रंगों और अलंकरण में पारंपरिक बंगाली और राजस्थानी कला का मिश्रण देखने को मिलेगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और धार्मिक अनुष्ठान
सीआर पार्क दुर्गा पूजा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सांस्कृतिक उत्सव भी है। यहां पांच दिनों तक भव्य कार्यक्रम होंगे—
1. महालय से पूजा की शुरुआत।
2. पुष्पांजलि और सांध्य आरती में भक्तों की लंबी कतारें लगेंगी।
3. रात को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें नृत्य, संगीत और नाट्य मंचन शामिल रहेगा।
4. भोग प्रसाद के रूप में खिचड़ी, लड्डू और बंगाली व्यंजन परोसे जाएंगे।
सुरक्षा और प्रबंधन
पंडाल में रोजाना लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। ऐसे में आयोजन समिति ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की विशेष व्यवस्था की है
दिल्ली पुलिस और निजी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती होगी।
CCTV कैमरे हर जगह लगाए जाएंगे।
मेडिकल टीम और फायर ब्रिगेड की व्यवस्था भी रहेगी।
श्रद्धालुओं का उत्साह
सीआर पार्क और आसपास के क्षेत्रों में इस बार पूजा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। लोग सोशल मीडिया पर पहले से ही गोल्डन फोर्ट थीम के फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं। स्थानीय निवासी मानते हैं कि यह पूजा न केवल धार्मिक महत्व रखती है बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन के लिहाज से भी बेहद खास है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
जैसलमेर का गोल्डन फोर्ट भारत की प्राचीन स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है। इसे 12वीं शताब्दी में महारावल जैसल द्वारा बनवाया गया था। इसकी सुनहरी चमक इसे दुनिया में अलग पहचान देती है।
इसी ऐतिहासिक धरोहर को सीआर पार्क दुर्गा पूजा की थीम के रूप में प्रस्तुत करना आयोजकों की ओर से भारतीय संस्कृति को सम्मान देने की कोशिश है।
नवरात्रि और दुर्गा पूजा का महत्व
नवरात्रि और दुर्गा पूजा हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। मां दुर्गा की पूजा में शक्ति, भक्ति और विजय का संदेश निहित होता है। मान्यता है कि इन दिनों मां दुर्गा की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है।
सीआर पार्क दुर्गा पूजा पंडाल इस बार अपनी भव्यता और अनूठी थीम की वजह से चर्चा में है। राजस्थान के गोल्डन फोर्ट की झलक और माता दुर्गा की 18 फीट ऊंची मूर्ति श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव कराएगी। यह आयोजन केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता का भी उत्सव है।