
Crime News: खूंटी में ग्राम प्रधान की नृशंस हत्या: घर में घुसकर अपराधियों ने की बेरहमी से पिटाई, फिर गोली मार कर उतारा मौत के घाट, भांजे पर भी हमला।
झारखंड के खूंटी जिले में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां अज्ञात अपराधियों ने ग्राम प्रधान बलराम मुंडा की बेरहमी से हत्या कर दी। यह भयावह वारदात शनिवार देर रात को हुई, जब प्रधान अपने घर में सो रहे थे। घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
अपराधियों ने घर में घुसकर रची खौफनाक साजिश
ग्रामीणों के अनुसार, घटना शनिवार रात लगभग 11:30 बजे की है। मृतक बलराम मुंडा अपने घर में सोए हुए थे। तभी करीब दस की संख्या में अपराधी हथियारों से लैस होकर उनके घर में घुस आए। इन लोगों ने पहले बलराम मुंडा को बुरी तरह पीटा और फिर धारदार हथियारों से हमला किया। इसके बाद हमलावरों ने उन्हें नजदीक से गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
भांजे को भी नहीं बख्शा, हालत गंभीर
हत्याकांड को अंजाम देने के दौरान आरोपियों ने दूसरे कमरे में सो रहे बलराम मुंडा के भांजे अचु मुंडा पर भी हमला किया। अचु मुंडा, अड़की थाना क्षेत्र के ससंग गांव का निवासी है। उसके साथ भी बेरहमी से मारपीट की गई। वह बुरी तरह घायल हो गया है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस जांच में जुटी, गांव में तैनात अतिरिक्त बल
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पूरे मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। घटनास्थल से कुछ साक्ष्य भी बरामद किए गए हैं। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। मृतक के परिजनों ने प्रशासन से न्याय और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
राजनीति, रंजिश या पुरानी दुश्मनी?
चूंकि बलराम मुंडा ग्राम प्रधान थे, इसलिए पुलिस हत्या के पीछे राजनीतिक रंजिश, जमीन विवाद या आपसी दुश्मनी के पहलुओं पर भी जांच कर रही है। फिलहाल पूरे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल है।
खूंटी की यह घटना ना केवल एक व्यक्ति की हत्या है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल भी खड़ा करती है। एक निर्वाचित ग्राम प्रधान की इस प्रकार से नृशंस हत्या होना दर्शाता है कि अपराधी अब कानून से नहीं डरते। इस मामले में कठोर कार्रवाई और त्वरित न्याय ही पीड़ित परिवार और क्षेत्र की जनता को राहत दे सकता है।