
Crime News: पटना के पारस अस्पताल में गैंगवॉर की गूंज: बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या।
पटना। राजधानी पटना में अपराध का एक बार फिर खौफनाक चेहरा सामने आया है। गुरुवार को शहर के एक बड़े और नामचीन निजी अस्पताल पारस हॉस्पिटल में दिनदहाड़े हथियारबंद अपराधियों ने धावा बोल दिया और एक मरीज को गोलियों से छलनी कर दिया। यह हमला इतना अचानक और सुनियोजित था कि अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। जिस शख्स को निशाना बनाया गया वह बक्सर का कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा था, जो किसी इलाज के सिलसिले में अस्पताल में भर्ती था।
कैसे हुआ हमला?
गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे के आसपास अचानक कई युवक पारस अस्पताल में दाखिल हुए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उनके पास अत्याधुनिक हथियार थे और वे सीधे उस वार्ड की ओर बढ़े जहां चंदन मिश्रा भर्ती था। उन्होंने वार्ड में घुसते ही ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी और चंदन मिश्रा को मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया। गोलियों की आवाज सुनकर अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। मरीज, परिजन और स्टाफ जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
कौन था चंदन मिश्रा?
चंदन मिश्रा बक्सर जिले का रहने वाला एक कुख्यात अपराधी था, जिस पर हत्या, अपहरण, रंगदारी जैसे कई संगीन मामलों में केस दर्ज थे। पुलिस की नजर में वह लंबे समय से फरार चल रहा था और गैंगवॉर से उसका गहरा नाता था। हाल के वर्षों में वह बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय अपराधी गिरोहों के लिए काम करता था। कुछ समय पहले उसे गोली लगी थी और उसी के इलाज के लिए वह पारस अस्पताल में भर्ती हुआ था।
अस्पताल की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस वारदात के बाद सबसे बड़ा सवाल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहा है। सवाल यह है कि आखिर इतने हथियारबंद अपराधी बिना किसी रुकावट के अस्पताल परिसर में कैसे घुस गए? क्या अस्पताल प्रशासन को इस मरीज की पृष्ठभूमि की जानकारी थी? घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे अस्पताल परिसर की घेराबंदी कर दी और सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं।
पुलिस की कार्रवाई
पटना पुलिस ने घटना के तुरंत बाद आसपास के इलाकों में नाकाबंदी कर दी और हमलावरों की तलाश तेज कर दी है। अब तक की जानकारी के मुताबिक, हमले के पीछे गैंगवॉर की आशंका जताई जा रही है। चंदन मिश्रा की आपराधिक पृष्ठभूमि और पुराने दुश्मनों की जांच की जा रही है। पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन से भी जवाब मांगा है कि क्या मरीज के बारे में पहले से कोई जानकारी थी और सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए थे।
राजधानी के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले अस्पताल में इस तरह की घटना ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि आम लोगों के मन में भी भय का माहौल बना दिया है। चंदन मिश्रा की हत्या से यह साफ हो गया है कि अब अपराधी अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थानों को भी अपने टारगेट से अछूता नहीं छोड़ रहे हैं। पुलिस के लिए यह घटना एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है।