
Cyber Crime in Ranchi: ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा देकर ठगों ने व्यापारी से ठगे 5.90 लाख रुपये, हिंदपीढ़ी के पीपी कंपाउंड में सामने आया मामला।
रांची (हिंदपीढ़ी): राजधानी रांची में साइबर अपराध तेजी से पांव पसार रहा है और अब आम लोग भी इसके चंगुल में फंसते जा रहे हैं। ताजा मामला हिंदपीढ़ी के पीपी कंपाउंड का है, जहां रहने वाले सबरजीत सिंह नामक व्यक्ति को फर्जी ट्रेडिंग का लालच देकर ठगों ने 5.90 लाख रुपये की चपत लगा दी। इस घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है, वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई ठगी? जानिए पूरी कहानी
पीड़ित सबरजीत सिंह के अनुसार, कुछ दिन पहले उन्हें दो अज्ञात लोगों ने फोन किया और एक लुभावना प्रस्ताव दिया। फोन करने वालों ने खुद को एक प्रतिष्ठित ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी का प्रतिनिधि बताया और कहा कि वह उन्हें ट्रेडिंग के माध्यम से मोटा मुनाफा दिला सकते हैं। उन्होंने सबरजीत को भरोसा दिलाया कि उन्हें उनके निवेश पर 10 प्रतिशत कमीशन काट कर शेष लाभ उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
इस झांसे में आकर सबरजीत ने 5.90 लाख रुपये निवेश कर दिए। शुरुआत में उन्हें कुछ प्रोफिट के फर्जी स्क्रीनशॉट और मेल्स भेजे गए जिससे उनका विश्वास और मजबूत हुआ। लेकिन जैसे ही उन्होंने और पैसे ट्रांसफर किए, इसके बाद फोन करने वालों ने अपना नंबर बंद कर दिया और सभी प्रकार के संपर्क खत्म कर दिए।
साइबर थाना में दर्ज हुई प्राथमिकी
जब सबरजीत को यह अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुके हैं, तो उन्होंने तुरंत रांची साइबर थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज करायी। पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
साइबर अपराध की बढ़ती घटनाएं — एक गंभीर चिंता
राजधानी रांची में साइबर अपराध की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। खासकर ऑनलाइन ट्रेडिंग, लॉटरी, बैंकिंग और फर्जी कस्टमर केयर नंबर के जरिए लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों में साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता की भारी कमी है, जिसका फायदा अपराधी उठा रहे हैं।
पुलिस ने जारी की सतर्कता की अपील
साइबर थाना के अधिकारियों ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात कॉल, मैसेज या ऑनलाइन ऑफर पर बिना सत्यापन के भरोसा न करें। साथ ही किसी भी प्रकार की आर्थिक लेन-देन से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
यह मामला एक बार फिर इस बात को साबित करता है कि साइबर ठग नए-नए तरीकों से भोले-भाले नागरिकों को अपना निशाना बना रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, जागरूक रहें और किसी भी लालच में पड़कर अपनी मेहनत की कमाई को यूं ही न गंवाएं।