दिल्ली में हुए ब्लास्ट मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। शुरुआती जांच में ऐसे अहम और चौंकाने वाले सुराग मिले हैं, जिनसे पूरी पड़ताल का रुख ही बदल गया है। राजधानी में धमाके की आवाज़ सुनते ही जहां स्थानीय लोग दहशत में आ गए थे, वहीं सुरक्षा एजेंसियों के सक्रिय होने के बाद अब इस मामले में कई महत्वपूर्ण खुलासे सामने आने लगे हैं। सूत्रों के अनुसार, मौके से बरामद सामग्री और सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को उन बिंदुओं तक पहुंचाया है, जिनसे जांच बेहद तेज़ हो गई है।

घटना बीते दिन देर शाम की है, जब दिल्ली के व्यस्त इलाकों में से एक में अचानक जोरदार धमाका हुआ। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कुछ ही मिनटों में स्थानीय पुलिस, बम निरोधक दस्ता और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई। प्रारंभिक जांच में इसे एक लो-इंटेंसिटी इम्प्रोवाइज्ड ब्लास्ट माना गया, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, तस्वीर और गंभीर होती चली गई।
सीसीटीवी फुटेज ने बढ़ाई पुलिस की चिंता
जांच टीम ने आसपास लगे लगभग 30 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसी दौरान एक फुटेज ने पुलिस के हाथ बड़ा सुराग पकड़ा। फुटेज में घटनास्थल के कुछ मिनट पहले एक संदिग्ध व्यक्ति को बैग लेकर उसी दिशा में जाते देखा गया, जहां धमाका हुआ। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वही व्यक्ति सीधे तौर पर धमाके से जुड़ा है या नहीं, लेकिन पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी है। संदिग्ध की हरकतें, उसकी चाल, और घटना स्थल के आसपास उसकी मौजूदगी पुलिस को कई सवालों पर सोचने को मजबूर कर रही है। टीम ने सभी थानों और स्पेशल सेल को इस संदिग्ध का फुटेज भेज दिया है ताकि पहचान का दायरा बढ़ाया जा सके।
फॉरेंसिक जांच में बड़ा खुलासा
फॉरेंसिक टीम ने उन जगहों से सैंपल लिए हैं जहां धमाके का अधिक प्रभाव दिखाई दिया। प्रारंभिक जांच में जो रासायनिक अवशेष मिले हैं, उन्होंने पुलिस को हैरान कर दिया है। हालांकि, अधिकारी आधिकारिक रूप से कोई बयान देने से बच रहे हैं, लेकिन सूत्रों का दावा है कि बरामद सामग्री किसी विशिष्ट विस्फोटक तकनीक की ओर इशारा कर रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि धमाके में इस्तेमाल की गई तकनीक किसी प्रशिक्षित व्यक्ति का काम हो सकता है। यही कारण है कि सुरक्षा एजेंसियां अब जांच को और अधिक व्यापक दायरे में ले जा रही हैं।
कई टीमों को लगाया गया जांच में
दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और एटीएस समेत कई इकाइयों को जांच में लगा दिया है। प्रत्येक टीम को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं। कोई टीम विस्फोटक के स्रोत का पता लगाने में लगी है, जबकि दूसरी टीम संदिग्धों की गतिविधियों पर फोकस कर रही है। इसके अलावा, दिल्ली के सभी प्रमुख प्वाइंट्स पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बस स्टैंड, मेट्रो स्टेशन, भीड़भाड़ वाले बाजार और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में “कोई भी संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है।”
आसपास के लोगों से पूछताछ जारी
धमाके के समय इलाके में मौजूद दुकानदारों और राहगीरों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। कुछ लोगों ने बताया कि धमाके से ठीक पहले एक अजनबी व्यक्ति को तेजी से निकलते हुए देखा गया, जबकि कुछ लोगों ने कहा कि उन्हें धमाके से पहले हल्की सी असामान्य गंध महसूस हुई थी। पुलिस इन सभी बातों का मिलान वैज्ञानिक जांच से कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि किसी भी गवाही को नजरअंदाज करना उचित नहीं होगा।
राजनीतिक हलचल भी तेज
घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है। विपक्ष ने सुरक्षा प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं, वहीं सरकार ने इसे गंभीर विषय बताते हुए कहा कि जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस मामले पर नजर बनाए हुए है। यदि जरूरत हुई, तो जांच किसी केंद्रीय एजेंसी को भी सौंपा जा सकता है।
लोगों में दहशत का माहौल, लेकिन पुलिस ने की अपील
धमाके के बाद से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और कई व्यापारियों ने अपनी दुकानों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। bदिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें। साथ ही, संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने को कहा गया है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि अभी जांच शुरुआती चरण में है, लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं, वे इसे एक सुनियोजित घटना बताते हैं। आने वाले 48 घंटे जांच के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
आगे क्या?
जांच टीमें यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि धमाके का मकसद क्या था—दहशत फैलाना, किसी खास जगह को निशाना बनाना या कोई बड़ी साजिश का हिस्सा।
पुलिस ने कुछ महत्वपूर्ण सुरागों के आधार पर कई जगह छापेमारी भी शुरू कर दी है। यदि संदिग्ध व्यक्ति की पहचान जल्द होती है, तो जांच की दिशा काफी स्पष्ट होने की उम्मीद है।
