
नई दिल्ली: त्योहारों के मौसम में जब लोग परिवार के साथ वक्त बिताने के लिए छुट्टियों का इंतजार करते हैं, तब दिल्ली की एक निजी कंपनी ने अपने कर्मचारियों को खुश करने वाला बड़ा फैसला लिया है। कंपनी ने इस साल दिवाली के मौके पर 9 दिन की लंबी छुट्टी देने की घोषणा की है। जैसे ही यह खबर कर्मचारियों तक पहुंची, ऑफिस में खुशी की लहर दौड़ गई।
कंपनी का यह निर्णय न केवल कर्मचारियों के लिए खुशी का कारण बना है बल्कि सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है। लोग इसे “एम्प्लॉई-फ्रेंडली स्टेप” बताते हुए कंपनी की सराहना कर रहे हैं।
कंपनी का फैसला: वर्क-लाइफ बैलेंस को बढ़ावा
सूत्रों के मुताबिक, यह पहल दिल्ली की एक प्रमुख आईटी और सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनी ने की है। कंपनी ने घोषणा की कि 25 अक्टूबर से 2 नवंबर 2025 तक सभी कर्मचारियों को दिवाली ब्रेक दिया जाएगा। इस दौरान सभी ऑफिस और वर्क फ्रॉम होम ऑपरेशन पूरी तरह बंद रहेंगे।
कंपनी के एचआर हेड ने बताया,
“हम चाहते हैं कि हमारे कर्मचारी त्योहारों में अपने परिवार के साथ समय बिताएं और मानसिक रूप से रिचार्ज होकर लौटें। लंबी छुट्टियां न केवल खुशी देती हैं बल्कि कर्मचारियों की उत्पादकता और क्रिएटिविटी भी बढ़ाती हैं।”
इस फैसले के पीछे कंपनी का उद्देश्य कर्मचारियों के बीच वर्क-लाइफ बैलेंस को बेहतर बनाना है।
कर्मचारियों में उत्साह और राहत
जैसे ही यह सूचना कंपनी के इंटरनल पोर्टल पर जारी हुई, कर्मचारियों ने खुशी जताई। कई कर्मचारियों ने इसे अपने करियर की “सबसे बेहतरीन खबर” बताया।
एक सीनियर डेवलपर ने कहा,
“हम सालभर लगातार काम करते हैं। दिवाली पर इतना लंबा ब्रेक मिलना अपने आप में गिफ्ट जैसा है। अब हम बिना तनाव के परिवार और दोस्तों के साथ त्योहार मना सकेंगे।”
दूसरे कर्मचारी ने कहा कि यह पहल दिखाती है कि कंपनी अपने स्टाफ की भावनाओं और जरूरतों को समझती है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फैसला
कंपनी की यह घोषणा कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी। ट्विटर (X) और लिंक्डइन पर #DiwaliBreak #EmployeeHappiness जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
लोगों ने कहा कि इस तरह की पहलें भारतीय कॉर्पोरेट कल्चर में “पॉजिटिव बदलाव” ला सकती हैं।
एक यूजर ने लिखा,
“काश हर कंपनी अपने कर्मचारियों को त्योहारों के समय इतना सम्मान और आराम देती।”
विशेषज्ञों की राय: प्रोडक्टिविटी में होगा इजाफा
एचआर और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि त्योहारों के समय लंबे ब्रेक से कर्मचारियों की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होती है।
एक मानव संसाधन विशेषज्ञ ने कहा,
“भारत में त्योहारों का सांस्कृतिक और पारिवारिक महत्व गहरा है। यदि कंपनियां इस भावनात्मक जुड़ाव को समझेंगी तो कर्मचारियों की लॉयल्टी और मोटिवेशन दोनों बढ़ेंगे।”
उन्होंने बताया कि कई विदेशी कंपनियां पहले से इस मॉडल को अपनाए हुए हैं, जहां साल में एक या दो बार लंबी छुट्टियां दी जाती हैं। भारत में अब धीरे-धीरे यह कल्चर पनप रहा है।
दिवाली सीजन में बढ़ेगा टूरिज्म और लोकल बिजनेस
इतनी लंबी छुट्टी से कर्मचारियों के साथ-साथ पर्यटन उद्योग को भी बड़ा फायदा होने की संभावना है। कई लोग इस दौरान अपने होमटाउन या किसी टूरिस्ट डेस्टिनेशन की यात्रा की योजना बना रहे हैं।
ट्रैवल एजेंसियों और होटल बुकिंग साइट्स पर पहले से ही बुकिंग्स में उछाल देखा जा रहा है।
दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, ऋषिकेश, मनाली और गोवा जैसे शहरों में ट्रैवल पैकेज की मांग बढ़ गई है।
अन्य कंपनियों के लिए उदाहरण
इस फैसले को देखकर अब कई अन्य कंपनियां भी दिवाली ब्रेक बढ़ाने पर विचार कर रही हैं।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि यह ट्रेंड जारी रहा तो आने वाले वर्षों में दिवाली के दौरान कॉर्पोरेट सेक्टर में “नेशनल फेस्टिवल लीव” जैसी अवधारणा भी जन्म ले सकती है।
कंपनी की अपील: “परिवार के साथ वक्त बिताएं, खुद को रिचार्ज करें”
कंपनी ने अपने सर्कुलर में यह भी लिखा है कि कर्मचारी इस समय को परिवार, सेहत और आत्म-देखभाल के लिए इस्तेमाल करें।
एचआर टीम ने कहा कि छुट्टियों के बाद कंपनी में “रीफ्रेश वीक” रखा जाएगा, ताकि सभी कर्मचारी नई ऊर्जा के साथ काम शुरू करें।
दिल्ली की इस कंपनी का यह कदम भारत के कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन सकता है। ऐसे फैसले दिखाते हैं कि कंपनियां अब सिर्फ काम के घंटे नहीं बल्कि कर्मचारियों की खुशी और मानसिक स्वास्थ्य को भी महत्व देने लगी हैं।
इस दिवाली, जहां ज्यादातर लोग काम और छुट्टियों के बीच संतुलन की जद्दोजहद में रहते हैं, वहीं इस कंपनी के कर्मचारी अपने परिवार के साथ रोशनी, मिठाइयों और सुकून से भरे त्योहार का पूरा आनंद उठा पाएंगे।