दिल्ली के लालकिला इलाके में सोमवार शाम हुए जोरदार धमाके ने पूरे शहर को दहला दिया। यह धमाका एक i20 कार में हुआ, जो लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी थी। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास की इमारतों और मेट्रो स्टेशन के शीशे तक टूट गए। इस घटना में अब तक 10 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं।

घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल
धमाके के तुरंत बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। चश्मदीदों के मुताबिक, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो। मौके पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनएसजी की टीमें तुरंत पहुंचीं। घायलों को पास के एलएनजेपी अस्पताल और एआईआईएमएस ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने इलाके को पूरी तरह सील कर दिया है और फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाका i20 कार के अंदर रखे विस्फोटक पदार्थ से हुआ।
गृह मंत्री अमित शाह का बयान — “साजिश को बख्शा नहीं जाएगा”
घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय में एक आपात बैठक बुलाई। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से कहा —
“दिल्ली में हुआ धमाका एक गंभीर घटना है। हमारी एजेंसियां इसकी तह तक जा रही हैं। जो भी इस साजिश में शामिल होगा, उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
अमित शाह ने एनआईए (NIA) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को संयुक्त जांच का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने दिल्ली और मुंबई में हाई अलर्ट जारी करने के निर्देश दिए हैं।
प्रारंभिक जांच में क्या मिला?
जांच एजेंसियों ने i20 कार के नंबर से मालिक की पहचान की है। कार का रजिस्ट्रेशन नोएडा के पते पर हुआ था। पुलिस का कहना है कि यह गाड़ी चोरी की भी हो सकती है।
फॉरेंसिक टीम को कार से कुछ रासायनिक पदार्थ, डिटोनेटर और वायरिंग के अवशेष मिले हैं। माना जा रहा है कि धमाका रिमोट कंट्रोल से कराया गया हो सकता है।
आतंकी एंगल से भी जांच शुरू
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने बताया कि सभी संभावित एंगल से जांच की जा रही है।
“हम यह जांच रहे हैं कि कहीं यह आतंकी साजिश तो नहीं है। कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ चल रही है।”
एनएसजी की टीम ने आस-पास के इलाकों की तलाशी ली, जबकि बम स्क्वॉड ने दूसरे वाहनों की भी जांच की।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताई चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धमाके की जानकारी मिलने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर और गृह मंत्रालय के अधिकारियों से बात की। उन्होंने घायलों के इलाज में कोई लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए और घटना की रिपोर्ट मांगी।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा —
“दिल्ली में हुए धमाके की घटना बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी।”
दिल्ली और यूपी में हाई अलर्ट
इस धमाके के बाद दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ और मुंबई में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, मॉल्स और मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने कहा है कि लालकिला मेट्रो स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
लोगों में दहशत, सुरक्षा को लेकर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि लालकिला जैसे हाई सिक्योरिटी जोन में इस तरह का धमाका होना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
एक चश्मदीद ने बताया,
“मैं मेट्रो से बाहर आ रहा था तभी जोरदार आवाज आई। आसपास धुआं ही धुआं फैल गया। लोग भागने लगे।”
राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू
घटना के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा —
“दिल्ली के दिल में धमाका होना सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी है। सरकार को जवाब देना चाहिए।”
वहीं भाजपा नेताओं ने विपक्ष के बयानों को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़े होने का है।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में
रात करीब 9 बजे तक फायर ब्रिगेड ने पूरे इलाके को सुरक्षित घोषित कर दिया। NIA और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम देर रात तक मौके पर मौजूद रही।
सरकार ने मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा और घायलों को 2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
जांच रिपोर्ट का इंतजार
गृह मंत्रालय ने 48 घंटे के भीतर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मांगी है।
एनआईए अधिकारियों का कहना है कि धमाके की तकनीक और सामग्री देखकर यह किसी संगठित नेटवर्क का काम लगता है।
