नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली सोमवार शाम एक भीषण धमाके से दहल उठी। ऐतिहासिक लालकिला (Red Fort) के पास हुए इस धमाके में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 35 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। धमाका लालकिला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास हुआ, जिससे आसपास की इमारतें और वाहनों के शीशे चकनाचूर हो गए।

धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास के कई इलाकों में लोगों ने इसे भूकंप जैसा झटका महसूस किया। शुरुआती जांच में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने इसे आतंकी हमला मानकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल दिल्ली, यूपी और मुंबई में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
धमाके के तुरंत बाद मचा हड़कंप
धमाका शाम करीब 6:15 बजे हुआ, जब लालकिला के पास रोजाना की तरह पर्यटकों की भीड़ थी। चश्मदीदों ने बताया कि पहले जोरदार आवाज आई, फिर आग और धुएं का गुबार आसमान में उठता दिखा। लोग घबराकर भागने लगे और मौके पर भगदड़ मच गई। स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक, धमाके के तुरंत बाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को लोकनायक अस्पताल और सब्जी मंडी के नजदीकी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली पुलिस और NIA की टीम जांच में जुटी
धमाके की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा और NIA की टीम मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने धमाके वाली जगह से RDX के अवशेष मिलने की आशंका जताई है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है।
संभावित आतंकी कनेक्शन की जांच
जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि धमाका किसी आतंकी संगठन द्वारा किया गया या किसी स्थानीय मॉड्यूल का काम है। सूत्रों के मुताबिक, धमाके की शैली और टाइमिंग को देखते हुए यह प्लांड अटैक लगता है।
NIA और IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) ने दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में कई जगह छापेमारी शुरू की है। मुंबई और लखनऊ एयरपोर्ट पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
घायलों की हालत गंभीर
लोकनायक अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, कई घायलों की हालत नाजुक है। अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी वार्ड में अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती कर दी है। कई मरीजों के शरीर पर जलने और छर्रे लगने के निशान हैं।
दिल्ली सरकार ने सभी घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा,
“यह बेहद दुखद और शर्मनाक घटना है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ है।”
केंद्र सरकार ने जताया दुख, PM ने ली रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धमाके की जानकारी मिलने के तुरंत बाद गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी। गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा,
“दिल्ली धमाके की जांच NIA और दिल्ली पुलिस संयुक्त रूप से करेंगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
गृह मंत्रालय ने पूरे NCR क्षेत्र में हाई सिक्योरिटी अलर्ट जारी कर दिया है। लालकिला, इंडिया गेट, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन के आसपास सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है।
पहले भी हो चुका है हमला
गौरतलब है कि इससे पहले 22 दिसंबर 2000 को भी लालकिला पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सेना के तीन जवान शहीद हुए थे। उस घटना में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों का हाथ था।
ताजा धमाके की प्रकृति को देखते हुए जांच एजेंसियां पुराने आतंकी नेटवर्क से भी कनेक्शन खंगाल रही हैं।
स्थानीय प्रशासन की अपील
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दें।
ट्रैफिक पुलिस ने लालकिला के आसपास के इलाके को सील कर दिया है। मेट्रो की रेड लाइन और येलो लाइन पर कुछ समय के लिए सेवाएं बाधित रहीं, हालांकि अब धीरे-धीरे बहाल की जा रही हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरें
धमाके के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इनमें देखा जा सकता है कि धमाके के बाद सड़क पर गाड़ियां पलट गईं, और दुकानों के शटर उखड़ गए। हालांकि पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अप्रमाणिक वीडियो साझा न करें।
क्या कह रहे हैं सुरक्षा विशेषज्ञ?
सुरक्षा मामलों के जानकारों का कहना है कि इस तरह के धमाके का मकसद राजधानी में डर का माहौल बनाना हो सकता है। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि दिल्ली में CCTV नेटवर्क और इंटेलिजेंस सिस्टम को और मजबूत किया जाए।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में
घटना स्थल पर फॉरेंसिक जांच जारी है और दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि हालात नियंत्रण में हैं। हालांकि, सरकार ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटे बेहद संवेदनशील हैं।
