
दिल्लीवालों की अटकी सांसें: चेतावनी स्तर के पार पहुंचा यमुना का जलस्तर, 24 घंटे निगरानी में प्रशासन
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली एक बार फिर बाढ़ के खतरे की चपेट में है। यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और यह चेतावनी स्तर को पार कर चुका है। हरियाणा स्थित हथनी कुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे अतिरिक्त पानी की वजह से यमुना उफान पर है। प्रशासन पूरी स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए है और 24 घंटे की निगरानी जारी है। प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और जरूरी इंतजाम शुरू हो गए हैं।
यमुना खतरे के निशान से ऊपर
बुधवार सुबह 8 बजे यमुना का जलस्तर 205.48 मीटर तक पहुंच गया, जबकि चेतावनी स्तर 204.50 मीटर माना जाता है। खतरे का निशान 205.33 मीटर पर होता है, जिसे यमुना ने पार कर लिया है। पिछली बार 2023 में भी इसी तरह की स्थिति बनी थी, जब यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड 208.66 मीटर तक पहुंच गया था और कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे।
हथनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी
हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथनी कुंड बैराज से मंगलवार रात तक करीब 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे दिल्ली में जलस्तर अचानक बढ़ गया। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बारिश और बैराज से छोड़े जा रहे पानी की वजह से अगले 24 से 48 घंटे दिल्ली के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
किन इलाकों पर मंडरा रहा है खतरा
नदी का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा सबसे ज्यादा है। खासकर यमुना बाजार, मजनूं का टीला, वजीराबाद, कश्मीरी गेट, राजघाट, आईटीओ, और लोहा पुल के आसपास के क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। कुछ जगहों पर पानी घरों के करीब पहुंचने लगा है और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए टीमें अलर्ट मोड पर हैं।
प्रशासन का अलर्ट मोड
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA), सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी पूरी स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में भेजने की तैयारी चल रही है। NDRF की टीमों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है। जल स्तर की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है।
जनता से अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। नदियों के पास न जाएं और बच्चों को भी नदी किनारे न भेजें। आवश्यक सामान और दस्तावेज तैयार रखें ताकि आपात स्थिति में त्वरित रूप से स्थानांतरित हुआ जा सके।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों तक दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। इससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश की गति बनी रही और बैराज से पानी छोड़ना जारी रहा, तो यमुना का जलस्तर और ऊपर जा सकता है।
पिछले वर्ष की तरह न हो दोहराव
पिछले साल जब यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर तक पहुंच गया था, तो दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। सड़कों पर पानी भर गया था, ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई थी और हजारों लोगों को अपने घरों से निकालना पड़ा था। अब प्रशासन इस बार पहले से ही तैयारियों में जुटा है ताकि ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है और राजधानी में चिंता का माहौल बना हुआ है। हालात पर सरकार और प्रशासन नजर बनाए हुए हैं, लेकिन अगले 24-48 घंटे निर्णायक होंगे। ऐसे में जरूरी है कि जनता सतर्क रहे और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करे ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।