
Deoghar: बाबा मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, गर्मी और अव्यवस्था से कई श्रद्धालु बेहोश।
देवघर के बाबा मंदिर में भारी भीड़ से अफरा-तफरी, 6 श्रद्धालु बेहोश, शीघ्र दर्शन व्यवस्था पर श्रद्धालुओं ने उठाए सवाल।
देवघर। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि पर विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रविवार का अवकाश और श्रावणी मेले की तैयारी के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई। भीड़ का आलम यह रहा कि श्रद्धालुओं की कतारें फुट ओवर ब्रिज के पार तक पहुंच गईं।
गर्मी और उमस के चलते कतार में खड़े कई श्रद्धालु बेहोश हो गए, जिन्हें मौके पर मौजूद पुलिस बल की सहायता से बाबा मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। इनमें पटना की नम्रता देवी और सोनी कुमारी, गोड्डा के सुरेश देव, मधेपुरा की मालती देवी, धनबाद के रमेश कुमार और समस्तीपुर की चांदनी कुमारी शामिल थीं। दिनभर में कुल छह श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार के लिए मंदिर के उप स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।
भीड़ नियंत्रण में पुलिस को आई मुश्किलें
मंदिर प्रांगण में सुबह से ही शीघ्र दर्शन लाइन में भी भारी भीड़ देखी गई, जिसके चलते श्रद्धालुओं की कतारें मंदिर के चारों ओर फैल गईं। पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। दोपहर बाद कुछ हद तक भीड़ में कमी आई, जिससे श्रद्धालुओं को राहत मिली। मंदिर का पट बंद होने तक लगभग 45 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा की पूजा-अर्चना कर मंगल कामना की।
श्रद्धालुओं ने जताई चिंता, प्रशासन से व्यवस्था सुधारने की मांग
भीड़ और अव्यवस्था को लेकर श्रद्धालुओं ने चिंता जताई है। मधेपुरा के बृजनंदन सिंह ने कहा कि, “बढ़ती भीड़ को देखते हुए पूजा व्यवस्था में सुधार जरूरी है, अन्यथा आने वाले दिनों में बड़ा हादसा हो सकता है।”
सहरसा के राम प्रकाश का कहना है कि, “सालों भर अरघा व्यवस्था शुरू कर दी जाए तो भीड़ नियंत्रित की जा सकती है और हर श्रद्धालु को बाबा का जलाभिषेक करने का अवसर मिलेगा।”
रांची के सचिन कुमार ने कहा, “बाबा धाम इकलौता ऐसा तीर्थ स्थल है जहां स्पर्श पूजा की सुविधा है। पहले जब भीड़ कम थी, यह व्यवस्था ठीक थी लेकिन अब बदलाव की सख्त जरूरत है।”
शीघ्र दर्शनाम पर उठे सवाल
बेनीपट्टी के सत्नेश कुमार साह ने ‘शीघ्र दर्शनम्’ पास को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “नाम तो शीघ्र दर्शन का है लेकिन हकीकत में श्रद्धालुओं को खुले आसमान में धूप-पानी में खड़ा रहकर लंबा इंतजार करना पड़ता है। कतार में लगने के बाद श्रद्धालु होल्डिंग पॉइंट और फुट ओवर ब्रिज होते हुए घंटों बाद दर्शन स्थल तक पहुंचते हैं। यहां जनरल लाइन वाले श्रद्धालुओं द्वारा तिरस्कार झेलना भी पड़ता है। अगर शीघ्र दर्शन को लेकर व्यवस्था नहीं सुधरी तो श्रद्धालुओं को बाबा धाम आने से पहले सोचना पड़ेगा।”
श्रावणी मेले की शुरुआत से पहले बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस भीड़ और अव्यवस्था से निपटने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।