
Deoghar: डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति ने फांसी लगाकर दी जान
देवघर। नगर थाना क्षेत्र के बी एन झा पथ स्थित एक किराए का मकान में रह रहे 45 वर्षीय व्यक्ति ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की जानकारी मृतक की पत्नी को होते ही उन्होंने फंदा से उतार कर इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया।
जहां ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया। सरकारी रिपोर्ट नहीं मानते हुए परिजनो ने उसे प्राइवेट क्लीनिक ले जाकर दिखाया। वहां के डॉक्टर ने भी उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जानकारी अस्पताल के डॉक्टर मनीष लाल ने बैद्यनाथ धाम ओपी प्रभारी को दे दी।
ओपी प्रभारी ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में मृतक की पत्नी जसीडीह इंडस्ट्रियल एरिया स्थित बिहार ट्रांसमिशन लिमिटेड निवासी खुशबू परिमल ने बताया कि कई वर्षों से पति डिप्रेशन का शिकार था।
जिसे कोलकाता, मुंबई, रांची के अलावा अन्य बड़े-बड़े अस्पतालों में इलाज कराया। डॉक्टर के मुताबिक दवा भी चल रहा था। पति पत्नी एवं एक पुत्र नगर थाना क्षेत्र के बी झा पथ स्थित किराए का मकान लेकर रह रहे थे।
रविवार सुबह तकरीबन 10:30 बजे किसी काम से मां पुत्र निकले हुए थे। जब घर लौटी तो देखा पति ओढ़नी के सहारे फंदा लगाया हुआ था। मामले की जानकारी आसपास के लोगों एवं मकान मालिक को देने पर सभी दौड़कर आए।
फंदे से उतार कर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने मृत्यु घोषित कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि पति कई वर्षों से डिप्रेशन के शिकार के बाद भी घरेलू जमीन जायदाद एवं अन्य बंटवारे को लेकर मानसिक तनाव में रहता था।
जिसके कारण उन्होंने तकरीबन 11:00 बजे पंखा के सहारे फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। वही बैद्यनाथ धाम ओपी प्रभारी ने बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई एवं मामले की जांच पड़ताल के लिए नगर थाना प्रभारी को अग्रसारित कर दिया है।
वहीं पुलिस ने मृतक व्यक्ति का शव पोस्टमार्टम करने के पश्चात परिजन को सौंप दिया।