
Deoghar: ए. एस. महाविद्यालय, देवघर में यूजी सेमेस्टर-1 (सत्र 2025-29) नामांकन प्रक्रिया को लेकर कार्यशाला का आयोजन।
— प्राचार्य डॉ. टी. पी. सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक, पारदर्शिता और नियमबद्धता पर दिया गया जोर
देवघर,। ए. एस. महाविद्यालय, देवघर के कला संकाय में आज अपराह्न 2 बजे एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य स्नातक प्रथम सेमेस्टर (सत्र 2025-29) के नामांकन प्रक्रिया को लेकर महाविद्यालय के सभी संबंधित विभागों को स्पष्ट दिशा-निर्देश देना एवं विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नियमों को समझना था। इस कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. टी. पी. सिंह ने की।
कार्यशाला की शुरुआत करते हुए नामांकन प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ने नामांकन प्रक्रिया के विभिन्न चरणों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा जारी मेरिट लिस्ट में चयनित छात्र-छात्राओं का नामांकन तभी संभव हो सकेगा जब संबंधित विषय के विभागाध्यक्ष उनके शैक्षणिक दस्तावेजों की विधिवत जांच कर स्वीकृति प्रदान करेंगे।
डॉ. कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि नामांकन की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, नियमबद्ध और निष्पक्ष होगी। किसी भी प्रकार की त्रुटि, फर्जीवाड़ा या दस्तावेजों में विसंगति पाए जाने पर संबंधित छात्र का नामांकन रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से अपील की कि वे दस्तावेज जांच में सतर्कता बरतें और किसी भी दबाव या अनुचित सिफारिश को नज़रअंदाज़ करें।
प्राचार्य डॉ. टी. पी. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि महाविद्यालय का उद्देश्य योग्य एवं इच्छुक विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि नामांकन प्रक्रिया विद्यार्थियों के भविष्य की नींव है, इसलिए यह अनिवार्य है कि इसमें पूरी सजगता, ईमानदारी और प्रशासनिक पारदर्शिता बरती जाए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी छात्र के साथ भेदभाव नहीं होगा और सभी को समान अवसर मिलेगा, बशर्ते कि वे विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित मापदंडों पर खरे उतरें।
इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों — इतिहास, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, हिंदी, अंग्रेजी, दर्शनशास्त्र, अर्थशास्त्र आदि — के विभागाध्यक्षों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी भाग लिया। कार्यशाला के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नामांकन से संबंधित नई नियमावली, दस्तावेजों की सत्यता की जांच, आरक्षण नीति, सीटों की उपलब्धता, और ऑनलाइन आवेदन प्रणाली की तकनीकी पक्षों पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
कार्यशाला में यह भी निर्णय लिया गया कि छात्रों के लिए एक सूचना काउंटर और हेल्प डेस्क की भी स्थापना की जाएगी, जहाँ वे अपने दस्तावेजों की जानकारी, मेरिट स्थिति, और अन्य शंकाओं का समाधान प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, नामांकन से जुड़ी जानकारी महाविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट और नोटिस बोर्ड पर समय-समय पर प्रकाशित की जाएगी।
कार्यशाला के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन देते हुए नामांकन समिति के सदस्यगणों ने सभी उपस्थित शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों से समन्वय एवं सहयोग की अपील की। कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हुई और महाविद्यालय ने यह संकल्प लिया कि छात्रों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने हेतु वह हर आवश्यक कदम उठाएगा।