
Deoghar: अस्पताल परिसर में खड़े करने वाले एम्बुलेंस चालकों में रोष।
अस्पताल प्रबंधन पर मनमाना रवैया अपनाने का लगाया आरोप।
देवघर-सदर अस्पताल में इन दिनों ऑटो टोटो और एंबुलेंस चालकों से मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है,ऐसे में अस्पताल के मनमाने रवैया से एंबुलेंस चालक सहित अन्य वाहन चालक काफी परेशान हैं।
वहीं सोमवार को जब एक एंबुलेंस का अस्पताल के आदेशानुसार चक्का से हवा खोल दिया गया, तो सभी एंबुलेंस चालक उग्र हो गए और अपनी व्यथा बताई।
वहीं एंबुलेंस चालक रमेश झा ने बताया कि देवघर सदर अस्पताल में इन दिनों काफी मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है।यह सभी एंबुलेंस चालक है और इनसे सदर अस्पताल में एंबुलेंस पड़ाव करने के लिए 100 रुपया का रसीद हर रोज कटाना पड़ रहा है, जबकि सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं मिल रही है।
वहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा एंबुलेंस के चक्का से हवा खोल दी जा रही है,ऐसे में ऑटो, टोटो चालक जो भी पैसेंजर या मरीज लेकर सदर अस्पताल पहुंचते हैं उनसे भी 50 रुपए का शुल्क वसूला जा रहा है।मौके पर सभी वाहन चालकों ने मीडिया का सहारा लेते हुए कहा कि इन्हें इंसाफ चाहिए और शुल्क की राशि को कम करनी चाहिए।
एंबुलेंस चालकों ने कहा कि100 रुपया का शुल्क अगर हमारे द्वारा दिया जा रहा है तो उन्हें बेहतर सुरक्षा और सुविधा भी मुहैया कराना चाहिए, नहीं तो यह सभी एंबुलेंस चालक आगे चलकर एंबुलेंस का चक्का जाम करेंगे और सरकार से न्याय की गुहार लगाएंगे।
इस बीच अगर मरीज के साथ एंबुलेंस के अभाव में कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो उसका जिम्मेदार सिर्फ अस्पताल प्रशासन रहेगा।वहीं मौके पर एम्बुलेंस चालकों में काफ़ी रोष देखा गया।