
Deoghar: अभ्यर्थियों ने जिला के उपायुक्त और उप विकास आयुक्त को दिया ज्ञापन
नियम के विपरीत बहाल किए गए अभ्यर्थियों की नियुक्ति हो रद्द
देवघर। प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी पद के अभ्यर्थियो ने जिला के उपायुक्त और उप विकास आयुक्त को एक आवेदन समर्पित करते हुए अपनी बातों को रखा है।दिए आवेदन के माध्यम से बताया है कि जिला ग्रामीण विकास अभिकरण देवघर द्वारा मनरेगा अंतर्गत विज्ञापन के माध्यम से प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी के पद पर नियुक्ति परिक्रिया निकाली गई थी।
ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार के संकल्प ज्ञापांक एन 848 दिनांक 21.3.17 द्वारा संविदा आधारित नियुक्ति सेवा शर्त एवं कर्तव्य नियमावली बिंदु 4.3 के नियम संख्या 12 में उल्लेखित प्रति स्थापित प्रावधान एवं जिला ग्रामीण विकास अभिकरण देवघर द्वारा प्रकाशित सूचना ज्ञापांक 132 दिनांक 24.1.24 से सम्बंधित निहित प्रावधान का पालन ना करते हुए देवघर जिला के अतिरिक्त अन्य जिलों में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी के पद पर आवेदन समर्पित किया गया।
कतिपय अनेक अभ्यर्थियों का चयन कर ज्ञापांक 430 दिनांक 14.3.2024 के द्वारा नियुक्ति पत्र निर्गत कराते हुए उनका योगदान प्राप्त कर उनसे सेवा ली जा रही है जो नियम के विरुद्ध है।
पूर्व में भी कई बार हमारे द्वारा भवदीय के समक्ष जामताड़ा एवं अन्य जिला के एनआईसी पोर्टल से एकत्रित सूचना के आलोक में विशिष्ट अभ्यर्थियों के विरुद्ध कार्यवाई करनें हेतु आवेदन समर्पित किया था।साथ ही प्राप्त सूचना के आलोक में जामताड़ा जिला में आवेदन करनें वाले अभ्यर्थियों का सत्यापन प्रतिवेदन भी उपविकास आयुक्त जामताड़ा के माध्यम से डीआरडीए देवघर को उपलब्ध करवाया गया है।जिसमें उक्त सभी अभ्यर्थी एवं कई अन्य अभ्यर्थी का नाम शामिल है।
परंतु विभाग निहित प्रावधान एवं हमारे द्वारा समर्पित अभ्यावेदन को अनदेखा करते हुए जिला ग्रामीण विकास अभिकरण देवघर के द्वारा उक्त अभ्यर्थियों को देवघर जिला के विभिन्न प्रखंडो में पदस्थापन कर दिया गया है।वहीं अभ्यथियों ने जिला के अधिकारियों से निवेदन किया है कि देवघर जिला अंतर्गत प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी पद पर नियुक्त अभ्यर्थियों की नियुक्त रद्द कर नियम अनुसार आवश्यक कार्यवाई की जाए।
वही मौके पर अन्य अभ्यर्थियों में शामिल अभिषेक कुमार ने बताया कि मनरेगा अंतर्गत देवघर जिला में जो पद पर बहाली किया गया है, जिसमे प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, सहायक अभियंता, कनिय अभियंता आदि शामिल हैं। सरकार के निर्देशिका के अनुसार किसी भी अभ्यर्थी को पूरे झारखंड में किसी एक जिला में ही आवेदन करना था, लेकिन बहुत सारे अभ्यर्थी जिनका चयन किया गया है उन्होंने कई जिलों में नियम के विपरीत आवेदन किया था।
जबकि हमलोग एक ही जिला में आवेदन किए थे,हमलोगों को पिछले तीन माह से दौड़ाया जा रहा है और बार बार बताया जा रहा है की इस ओर कार्यवाई किया जा रहा है, पर अभी तक कोई सकारात्मक रिजल्ट नहीं मिला है। वहीं अभ्यर्थियों ने कहा कि हमलोग उचित कैंडिडेट है हमलोगों को जल्द से जल्द योगदान करवाया जाए।