
Deoghar: राजकीय श्रावणी मेला 2025 की तीसरी सोमवारी को लेकर उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को किया ब्रीफिंग।
देवघर। श्रावणी मेला 2025 के सफल संचालन को लेकर तैयारियों की समीक्षा एवं दिशा-निर्देश देने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में उपायुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा एवं पुलिस अधीक्षक श्री अजित पीटर डुंगडुग ने शनिवार को बी.एड. कॉलेज परिसर में आयोजित बैठक में तीसरी सोमवारी को लेकर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, जिला व बाहर से आए पुलिस अधिकारियों एवं पदाधिकारियों को संयुक्त रूप से ब्रीफ किया।
बैठक की शुरुआत में उपायुक्त ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रावणी मेला के दौरान सोमवारी का दिन सबसे चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि इस दिन सर्वाधिक संख्या में कांवरिये जलार्पण के लिए देवघर पहुंचते हैं। ऐसे में सभी अधिकारियों और कर्मियों को अत्यधिक सजग, संवेदनशील और सेवाभाव से कार्य करना होगा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं की कतार में किसी भी प्रकार का गैप न रहे और जलार्पण प्रक्रिया लगातार गतिमान रहे।
“विनम्रता और सेवाभाव हमारी प्राथमिकता हो” – उपायुक्त
उपायुक्त श्री लकड़ा ने कहा कि हर अधिकारी और कर्मी का दायित्व है कि वे शालीनता, विनम्रता और सेवाभाव से श्रद्धालुओं को सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा – “हमारा उद्देश्य केवल मेला का संचालन नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि यहां आने वाले श्रद्धालु एक अच्छा अनुभव लेकर अपने गंतव्य को लौटें। इससे राज्य की छवि भी निखरेगी।”
उन्होंने कतारबद्ध व्यवस्था पर बल देते हुए कहा कि सभी अधिकारी सुनिश्चित करें कि सुगम और कतारबद्ध जलार्पण की प्रक्रिया में कोई बाधा न आए। इसके लिए मौके पर संयम, समन्वय और सजगता बनाए रखना होगा।
पुलिस अधीक्षक ने दिया क्यू मैनेजमेंट और ट्रैफिक पर जोर
बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री अजित पीटर डुंगडुग ने सुरक्षात्मक व्यवस्था पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि मेला में प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और जवान अब स्थानीय परिस्थिति से परिचित हो चुके हैं, ऐसे में अब जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
उन्होंने क्यू मैनेजमेंट (Queue Management) और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा – “श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था में किसी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या न हो, इसके लिए हर स्तर पर सतर्क रहना होगा।”
एसपी ने बताया कि मेला क्षेत्र में सभी ओपी और यातायात ओपी के प्रभारी डीएसपी रैंक के अधिकारी होंगे। उनका दायित्व होगा कि उनके क्षेत्र में कोई भी समस्या उत्पन्न न हो और सुरक्षा व सुविधा की दृष्टि से हर स्थिति पर नजर रखी जाए।
संयोजन और संवाद में न हो कोई कमी
बैठक में उपायुक्त ने विशेष रूप से यह बात रेखांकित की कि कोऑर्डिनेशन और कम्युनिकेशन गैप की कोई गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए। हर अधिकारी को अपने निर्धारित क्षेत्र में सतर्क रहना होगा और समय-समय पर आपसी संवाद बनाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि बड़े आयोजन की सफलता पूरी टीम के सामूहिक प्रयासों पर निर्भर करती है।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति से बढ़ा मनोबल
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति ने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर नगर आयुक्त श्री रोहित सिन्हा, उप विकास आयुक्त श्री पीयूष सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी श्री रवि कुमार, जिला नजारत उपसमाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी सहित जिला व मेला क्षेत्र के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर विस्तृत समीक्षा
बैठक में उपायुक्त ने सभी ओपी एवं टीओपी की समीक्षा की और कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि “श्रद्धालु यहां भगवान शिव का आशीर्वाद लेने आते हैं, उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो, यह हमारी जिम्मेदारी है।”
तीसरी सोमवारी के लिए प्रशासन सतर्क
श्रावणी मेला 2025 की तीसरी सोमवारी के लिए प्रशासन और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कर दिया कि सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कोई समझौता नहीं होगा।
अधिकारियों को दिए गए निर्देशों का मुख्य फोकस यही रहा कि हर श्रद्धालु को कतारबद्ध और सुलभ जलार्पण का अवसर मिले, मेला क्षेत्र में कोई अफरा-तफरी न हो और देवघर आने वाले लाखों श्रद्धालु सुखद अनुभव के साथ लौटें।