
Deoghar: उपायुक्त ने करौं प्रखण्ड अन्तर्गत बिरसा ग्राम विकास योजना सह कृषक पाठशाला के तहत किये जा रहे कार्यों का किया निरीक्षण।
देवघर। उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी विशाल सागर द्वारा आज करौं प्रखण्ड अन्तर्गत बिरसा ग्राम विकास योजना सह कृषक पाठशाला योजना के तहत किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण करते हुए वस्तुस्थिति से अवगत हुए।
इस दौरान उपायुक्त ने कृषक पाठशाला के माध्यम से किसानों को ऑर्गेनिक खेती और कृषि से संबंधित कार्यों को लेकर दिये जा रहे प्रशिक्षण की स्थिति से अवगत हुए।
साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कृषकों से बात करते हुए उन्हें दी जा रही जानकारियों से अवगत हुए। इसके अलावे उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पुरूष व महिला कृषकों को इस प्रशिक्षण से होने वाले लाभ से जुड़े विषयों पर चर्चा करते हुए सभी को बेहतर भविष्य हेतु शुभकामनाएं व बधाई दी।
साथ ही उन्होंने कहा कि आज महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है, और हर क्षेत्र में स्वयं आगे आकर अपना बेहतर प्रदर्शन दे रही है।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप सभी अपने साथ-साथ अपने गांव के कृषकों को भी प्रशिक्षत कर सकती है।
इसके लिए आप सभी को प्रशिक्षण में बेहतर प्रदर्शन करना होगा, ताकि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप सभी एक उन्नत कृषक बन सके।
साथ ही उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों व कार्यरत एजेंसी के अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि कृषक पाठशाला के माध्यम से जिले के किसानों को कृषि एवं ऑर्गेनिक खेती, ऑर्गेनिक खाद उत्पादन पर कृषकों को प्रशिक्षण देकर खेती कार्य में दक्ष बनाने का निर्देश दिया।
इसके अलावे कृषि कार्य में महिला किसानों के उत्साह व महिला सशक्तीकरण को देख उपायुक्त विशाल सागर ने प्रसन्नता जाहीर करते हुए कहा कि महिलाओं की भागीदारी होने से समाज में कम समय में बेहतर बदलाव देखने को मिलता है।
इसके अलावे निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त विशाल सागर ने बिरसा ग्राम विकास योजना सह कृषक पाठशाला योजना के तहत 25 एकड़ खेत में किये जा रहे विभिन्न कार्यों का निरीक्षण करते हुए तरबुज, खीरा, केला, नींबू, करेला की खेती के अलावा बनाये गये बकरी शेड, गाय शेड, मच्छली पालन हेतु तालाब, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट का निर्माण, जिवा अमृत का निर्माण, सोलर पंपींग यूनिट, ड्रीप एरीगेसन, स्प्रींक्लर, ऑर्गेनिक खेती, ऑर्गेनिक खाद उत्पादन से जुड़े कार्यों से अवगत हुए।
साथ हीं उपायुक्त ने जिले को सब्जी उत्पादन की दिशा अग्रणी बनाने के उदेश्य से संबंधित विभाग के अधिकारियों व एजेंसी के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ जमीनी स्तर पर कार्य करते हुए कृषि आधारित कार्यों से कृषकों को लाभान्वित करने का निदेश दिया।
आगे उन्होंने जिले के सभी प्रखण्ड कृषकों को आधुनिक व उन्नत खेती से जोड़ते हुए समय-समय पर प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें कृषि संबंधित जानकारी मुहैया कराते रहने की बात कही, ताकि कृषकों की आय को भी बढ़ाया जा सके।
वहीं किसानों से बातचीत करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सारवां प्रखण्ड सब्जी व कृषि प्रधान क्षेत्र है, ऐसे में आवश्यक है कि रासायनिक उरवरक का खेतों में उपयोग न करते हुए, मिट्टी की गुणवता को बनाये रखें, ताकि आने वाली पीढी़ भी उन्नत कृषि को बढ़ावा दे सके।