
Deoghar: गायत्री जयंती हवन पूजन के साथ संपन्न
देवघर-अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में डायग्राम स्थित गायत्री शक्तिपीठ मंदिर में गायत्री जयंती, गंगा अवतरण, परमपूज्य गुरुदेव युगद्रष्टा पंडित श्रीराम शर्मा जी का महाप्रयाण पावन दिवस को लेकर सामूहिक रूप से गायत्री परिवार परिजनों तथा सनातनी श्रद्धालुओं ने गुरु,
गायत्री, गंगा तथा सर्वदेव का विशेष पूजन आचार्य गौतम विश्वकर्मा के सानिध्य में करते हुए गायत्री मंदिर स्थित यज्ञशाला हवन कुंड में प्रज्वलित साक्षात अग्निदेव को आत्मकल्याण, विश्व-कल्याण के लिए गायत्री महामंत्र, गंगा गायत्री महामंत्र, मृत्युंजय महामंत्र, महाकाल गायत्री मंत्र से आहूतियां समर्पित किया। मुख्य ट्रस्टी महेंद्र प्रसाद यादव ने शांतिकुंज के संदेश को पढ़ कर सुनाया।
आज के आध्यात्मिक दिवस का महत्व को आत्मसात कराते हुए जिला संगठन प्रबंधन समन्वयक उमाकान्त राय ने कहा कि दृश्य भगवती गंगा और अदृश्य वेदमाता गायत्री क ई दृष्टियों में साम्य है।
गंगा शरीर को पवित्र करती है, गायत्री आत्मा को। गंगा मृतकों को तारती है, गायत्री जीवितों को। गायत्री को कलियुग का पारस, कामधेनु तथा कल्पवृक्ष कहा गया है।
गायत्री जयंती के पूर्व दिवस 15 जून प्रातः 6 बजे से सायं 6 बजे तक अखंड गायत्री महामंत्र का जप किया गया। चूंकि जप से मंत्र जाग्रत होता है तथा हवन से मंत्र में प्राण आते हैं। प्राणी की मनोकामनाएं पूरी होती है तथा सिद्ध भी मिलती है।
जन्मदिन, अन्नप्रासन, दीक्षा तथा पुंसवन संस्कार नि शुल्क संपन्न हुआ। वेदमाता गायत्री के महाआरती से अनुष्ठान का समापन किया गया। श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर अपने आप को धन्य किया।
अनुष्ठान को सफल बनाने में मुख्य ट्रस्टी महेंद्र प्रसाद यादव, जिला संगठन समन्वयक उमाकान्त राय, उदय शंकर सिंह, हासो राम प्रसाद यादव, शशिभूषण सिंन्हा, बबिता सिंह, निर्मला राय, निशा कुमारी, कांति देवी आदि सक्रिय रहे।