
Deoghar: तेजस्वी सहित मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन ने बहा दी हवा प्रदीप के पक्ष में।
पिछले चुनावों के वनिस्पत इस दफा गठबन्धन की एक जुटता मजबूत, मिलेगा लाभ
देवघर। गोड्डा लोकसभा में महा गठबन्धन से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव के लिए यह चुनाव “अबकी नहीं तो कभी नहीं” वाली कहावत में आकर टिक गई है?
वैसे अभी तक गोड्डा लोकसभा का जितना भी चुनाव प्रदीप यादव ने लड़ा है उन चुनावों के वनिस्पत इस दफा का चुनावी समीकरण और गठबन्धन दल की एक जुटता उनके फेवर में दिख रही है। वहीं जातीय समीकरण के अलावे संविधान बचाव स्लोगन भी मतदाताओं को इनकी ओर झुकाने में खासा मदद करता दिख रहा है।
राजनीतिक पंडितों के अनुसार वीते शुक्रवार को गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के देवघर मोहनपुर में महागठवन्धन दल की सभा में जुटी भीड़ वोट में तब्दील होने वाली बताया जा रहा है,क्योंकि पूरी भीड़ ग्रामीण क्षेत्रों से जुटी थी। वहीं राजद बिहार विधानसभा प्रतिपक्ष के नेता और युवा तुर्क तेजस्वी यादव, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री बादल पत्रलेख, हफीजुल हसन, विधायक इरफ़ान अंसारी इन सभी की एक जुट उपस्थिति ने मतदाताओं में यह मैसेज दे गया कि हम इंटेक्ट हैं।
वहीं मंच पर तेजस्वी के पहुंचते ही हजारों की जूटी भीड़ में गजब की उत्साह और ताजगी दिखी, तेजस्वी के एगर्सिब संबोधन के समय लगातार जिंदाबाद के नारे लगते रहे। मंचासीन सभी नेता ने एक मुश्त गोलबन्द होकर प्रदीप यादव को हांथ छाप पर मतदान की अपील किया।
वहीं कार्यक्रम के खत्म होते ही प्रदीप यादव के पक्ष में चर्चा शुरू हो गयी है।बहरहाल वर्तमान समय में भाजपा और कांग्रेस की आमने सामने की टक्कर दिखती है।बताते चलें कि गोड्डा लोकसभा अंतर्गत पड़नें वाले छह विधान सभा में महगामा पोड़ैयाहाट, जरमुंडी और मधुपुर में महागठबन्धन के विधायक हैं और सिर्फ दो विधानसभा गोड्डा और देवघर में भाजपा विधायक हैं।
यैसे में भी कांग्रेस प्रत्याशी की स्थिति मजबूत दिखती है।बहरहाल एक जून को मतदान और चार जून की गिनती के बाद सारा मामला पानी की तरह साफ़ हो जाएगा।