
Deoghar: अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन, उपाध्यक्ष और सदस्य पहुंचे पालाजोरी
देवघर सर्किट हाउस में किया प्रेसवार्ता
घटना मानवता को शर्मसार करने वाली-उपाध्यक्ष आयोग
देवघर। पालोजोरी में बीते दिनों हुई घटना जिसमें साइबर क्राइम के नाम पर पुलिस द्वारा मेराज अंसारी के अलावे तीन लोगों को उठाया गया था उस मामले में मेंराज अंसारी की मौत हो गई थी और परिजनों ने इसका आरोप पुलिस पर लगाया और कहा कि इसे पीट-पीट कर मार दिया गया है।मामले की गंभीरता को देखते हुए अल्पसंख्यक आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया और पांच सदस्य टीम पालाजोरी पहुंचकर पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की। आयोग के पांच सदस्यीय टीम में झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन परमेश सोलमेंन, उपाध्यक्ष ज्योति सिंह मथारू, सदस्य ईकराउल आलम, बरकत अली,सबिता टुड्डू,शामिल थे।वहीं देवघर सर्किट हाउस में एक प्रेस वार्ता के दौरान ज्योति सिंह ने कहा कि आज हमारी टीम पलाजोरी की घटना को देखते हुए मृतक मेराज अंसारी के परिजनों से मुलाकात की और साथ में वहां के मुखिया सहित आम लोगों से भी जानकारी हासिल किया। हम लोगों को विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से यह जानकारी हासिल हुई थी जिसमें आयोग ने इसकी स्वतः संज्ञान लिया।जानकारी के अनुसार मेराज को बर्बरता पूर्वक उनके परिजन और बूढ़ी मां के सामने मारा गया है जब उसकी हालत खराब हो गयी तो उसे जबरन अपने बचाव के लिए उठा लिया गया,जबकि उसके क्रिमनल होनें की कोई साक्ष्य नहीं थी।इतना ही नहीं सुबह में मेराज के साथ जो अन्य तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया था उसे छोड़ दिया गया, इसका मतलब इनलोगों ने कोई क्राइम नहीं किया था।इस घटना ने मानवता को शर्मसार किया है जो भी इसमें दोषी होगें उनपर कड़ी से कड़ी कार्यवाई की जाएगी। वहीं सदस्य बरकत अली ने कहा कि जब कोई प्रूफ नहीं था कि वो मुजरिम है? तो फिर कैसे उसके छोटे छोटे बच्चों के सामने उसे और उसकी बूढ़ी मां को मारा गया मतलब की कह सकते हैं, मुजरिम की तरह खदेड़ कर मारा गया। सिर्फ अपने बचाव के लिए पुलिस उसे उठाकर ले गयी। जो भी इसके दोषी होंगे उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
