
Deoghar News: कोरियाशा बायपास पर बड़ा हादसा टला, अनियंत्रित ट्रक मिट्टी के घर में घुसा – परिवार बाल-बाल बचा
देवघर। जिले के कोरियाशा बायपास पर गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब एक तेज रफ्तार ट्रक अचानक असंतुलित होकर सड़क किनारे बने एक मिट्टी के घर में जा घुसा। हादसे में घर के मालिक खोसो तुरी के पैर में चोट आई, जबकि घर में मौजूद बाकी परिवारजन – जिनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल थे – सुरक्षित बच गए। ग्रामीणों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यदि ट्रक कुछ मीटर और अंदर चला जाता, तो यह घटना गंभीर जानमाल की हानि में बदल सकती थी।
कैसे हुआ हादसा
सुबह लगभग 9 बजे के करीब कोरियाशा बायपास पर एक ट्रक, जो देवघर से गिरिडीह की ओर जा रहा था, अचानक नियंत्रण खो बैठा। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रक की रफ्तार बहुत तेज थी। ड्राइवर ने एक मोड़ पर ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन वाहन सीधे बाईं ओर मुड़ गया और सड़क किनारे स्थित खोसो तुरी के मिट्टी के बने घर में घुस गया।
ट्रक के टकराते ही मिट्टी का घर भरभराकर ढह गया। अंदर बैठे लोग भयभीत होकर भागने लगे। घर के बाहर खेल रहे दो छोटे बच्चे चंद सेकंड पहले ही आंगन से हटे थे, जिससे उनकी जान बच गई।
घटनास्थल पर अफरा-तफरी
जैसे ही हादसे की आवाज आई, आसपास के ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े। कुछ लोगों ने घायल खोसो तुरी को घर से बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार दिया। कई लोगों ने ट्रक चालक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद कोरियाशा बायपास पर लंबा जाम लग गया, क्योंकि ट्रक सड़क के किनारे अटका हुआ था और उसके निकलने में काफी समय लग गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान
ग्रामवासी रमेश तुरी ने बताया – “हम लोग चाय पी रहे थे तभी जोर का धमाका हुआ। जब दौड़कर पहुंचे तो देखा कि ट्रक घर के अंदर आधा घुसा हुआ है। भगवान की कृपा से परिवार के बाकी लोग बच गए, वरना बड़ा हादसा हो जाता।”
वहीं एक अन्य ग्रामीण मनीष हांसदा ने कहा – “कोरियाशा बायपास पर कई बार ऐसे हादसे होते रहते हैं। भारी वाहन यहां तेज रफ्तार में चलते हैं और मोड़ पर अक्सर अनियंत्रित हो जाते हैं। प्रशासन को यहां स्पीड ब्रेकर और चेतावनी बोर्ड लगाना चाहिए।”
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने ट्रक को हटाने के लिए जेसीबी मशीन मंगवाई और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद सड़क को खाली कराया गया।
नगर थाना प्रभारी ने बताया – “प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि हादसा तेज रफ्तार और असंतुलन के कारण हुआ। ट्रक चालक को हिरासत में लिया गया है और वाहन को जब्त कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई नियमों के तहत की जाएगी।”
हादसे का सबक – बायपास पर सुरक्षा उपाय जरूरी
यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि क्या बायपास सड़कों पर भारी वाहनों की गति पर पर्याप्त नियंत्रण है? कोरियाशा बायपास का यह इलाका गांव के बीच से गुजरता है, जहां कई घर और दुकानें सड़क किनारे बने हैं। ऐसे में भारी वाहनों की तेज रफ्तार न केवल लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यातायात व्यवस्था को भी प्रभावित करती है।
यातायात विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की जगहों पर स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक साइन बोर्ड और सीसीटीवी कैमरे लगाना जरूरी है। साथ ही पुलिस को समय-समय पर स्पीड चेकिंग अभियान भी चलाना चाहिए, ताकि ड्राइवर सतर्क रहें।
ग्रामीणों की मांग
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से इस इलाके में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि –
1. बायपास पर भारी वाहनों की गति सीमा तय की जाए।
2. सड़क किनारे बने घरों और दुकानों की सुरक्षा के लिए बैरियर लगाए जाएं।
3. रात के समय हाई बीम लाइट का इस्तेमाल नियंत्रित करने के लिए नियम बनाए जाएं।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले छह महीनों में इस क्षेत्र में तीन से अधिक सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें जानमाल का नुकसान हुआ है।
सौभाग्य से बची जानें
खोसो तुरी के परिवार के लिए यह घटना किसी सदमे से कम नहीं है, लेकिन यह उनकी किस्मत ही थी कि कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। हादसे के बाद परिवार अस्थायी रूप से एक रिश्तेदार के घर में शिफ्ट हो गया है, क्योंकि उनका मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है।
खोसो तुरी ने कहा – “हम तो बस भगवान को धन्यवाद देते हैं कि मेरे बच्चे और बुजुर्ग बच गए। नुकसान तो बहुत हुआ है, लेकिन जान बच गई, यही बड़ी बात है।”
कोरियाशा बायपास पर हुआ यह हादसा हमें यह याद दिलाता है कि सड़क पर लापरवाही और तेज रफ्तार का परिणाम कितना भयावह हो सकता है। प्रशासन, पुलिस और स्थानीय लोगों को मिलकर सड़क सुरक्षा के उपायों पर अमल करना होगा, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।