
Deoghar News: श्रावणी मेला ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी की मौत, पुलिस विभाग में शोक की लहर
देवघर। सावन के पवित्र महीने में देवघर में आयोजित विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की अचानक मौत हो गई। मृतक की पहचान शिवचरन महतो (उम्र लगभग 52 वर्ष) के रूप में हुई है, जो झारखंड के सिमडेगा जिले के निवासी थे।
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक का मूल निवास ग्राम – हिरखारी, थाना – सोनाहातू, पोस्ट – लोवाहातू, जिला – रांची है। वर्तमान में वह सिमडेगा जिले के थाना कुरडेग में पदस्थापित थे और श्रावणी मेला के विशेष पुलिस बल के रूप में देवघर में तैनात किए गए थे।
बताया जा रहा है कि शिवचरन महतो बीते कई दिनों से लगातार श्रावणी मेले में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को संभालने में जुटे थे। अत्यधिक थकान और कार्य के दबाव के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। बुधवार की रात अचानक उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल लाया गया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक के परिवार में पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री हैं। दोनों ही संतानें अविवाहित हैं। यह भी जानकारी मिली है कि मृतक शिवचरन महतो को पूर्व में हृदय संबंधी समस्या रही है और संभवतः ड्यूटी के तनाव और भीषण गर्मी ने उनकी स्थिति को और गंभीर बना दिया।
मामले की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। देवघर उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने घटना की पुष्टि करते हुए शोक व्यक्त किया है।
वरिष्ठ अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
डीएसपी (एचक्यू) बैकुंठी कुजूर, मेले के सेक्टर 2 के इंचार्ज जयकृष्ण टोपनो, सब-इंस्पेक्टर यशवंत लकड़ा सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक उनके गृह जिला भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कर्मठता की मिसाल थे शिवचरन महतो
शिवचरन महतो को उनके सहयोगी एक कर्मठ, ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी के रूप में याद कर रहे हैं। श्रावणी मेला जैसे बड़े आयोजन में ड्यूटी निभाना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है और उन्होंने अंतिम समय तक इसे पूरी निष्ठा से निभाया।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार से मांग की है कि दिवंगत पुलिसकर्मी के परिवार को आर्थिक सहायता, आश्रित को नौकरी और सम्मानजनक विदाई दी जाए, ताकि उनके बलिदान को उचित मान्यता मिल सके।
श्रावणी मेला में जहां एक ओर आस्था का सैलाब उमड़ रहा है, वहीं इस घटना ने सभी को गमगीन कर दिया है। यह घटना न सिर्फ एक व्यक्तिगत क्षति है बल्कि उन तमाम पुलिसकर्मियों को भी एक संदेश देती है जो हर परिस्थिति में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
शिवचरन महतो का यूं अचानक जाना न केवल पुलिस विभाग के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। देवघर प्रशासन और राज्य पुलिस विभाग को इस दुखद घटना से सबक लेते हुए भविष्य में ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के लिए स्वास्थ्य जांच, विश्राम और प्राथमिक उपचार की समुचित व्यवस्था करनी चाहिए।