
Deoghar News: श्रद्धांजलि सभा : उपायुक्त सहित अधिकारियों ने दी दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि।
देवघर। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद आदरणीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के निधन पर संपूर्ण राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। इसी क्रम में देवघर जिला प्रशासन की ओर से देवघर परिसदन सभागार में एक शोकसभा का आयोजन किया गया, जहां उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री नमन प्रियेश लकड़ा सहित जिले के अन्य वरीय अधिकारियों एवं कर्मियों ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शोकसभा की शुरुआत दिवंगत दिशोम गुरु की तस्वीर पर पुष्प अर्पण कर की गई। उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस अवसर पर उपायुक्त श्री लकड़ा ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन न सिर्फ एक राजनीतिक व्यक्तित्व थे, बल्कि वे झारखंड आंदोलन के आधार स्तंभ भी थे। उनका जीवन संघर्ष और सेवा से परिपूर्ण रहा है, जिसे सदैव स्मरण किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा, “शिबू सोरेन जी का जाना झारखंड के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने हमेशा जनजातीय समाज, गरीबों, किसानों और मजदूरों के हक की आवाज बुलंद की। उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।”
इस अवसर पर नगर आयुक्त श्री रोहित सिन्हा, उप विकास आयुक्त श्री पीयूष सिन्हा, अपर समाहर्ता श्री हीरा कुमार, जिला नजारत उपसमाहर्ता श्री शैलेश कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री राहुल भारती, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री रणबीर सिंह, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी श्री अमर कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रोहित कुमार विद्यार्थी सहित डीएमएफटी की टीम एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी व कर्मी मौजूद रहे।
सभी उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दिशोम गुरु के सामाजिक, राजनीतिक और जनहित में किए गए कार्यों को याद किया। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि उनके विचार, सिद्धांत एवं संघर्ष से युवा पीढ़ी को सीख लेनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कई बार सांसद और मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश और देश की सेवा की। उनके निधन से न केवल झारखंड बल्कि समस्त देश ने एक संघर्षशील जननेता को खो दिया है।
शोकसभा के अंत में एक बार पुनः सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की और उनके आदर्शों को आत्मसात कर समाज सेवा की दिशा में कार्य करने का संकल्प लिया।