देवघर पुलिस ने 5 नवंबर को हुई एक सनसनीखेज अपहरण और लूटपाट की घटना का खुलासा करते हुए एक महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई पुलिस की त्वरित जांच और तकनीकी साक्ष्यों पर आधारित सतर्कता का परिणाम बताई जा रही है। आरक्षी अधीक्षक सौरभ के निर्देशन में गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने इस मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।

घटना के अनुसार, गिरिडीह जिले के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ देवघर में अपहरण और लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया था। पीड़ित व्यक्ति ने नगर थाना में इस घटना की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। शिकायत के मुताबिक, पीड़ित को झांसा देकर बुलाया गया और फिर उससे नकद रुपये, मोबाइल फोन तथा अन्य कीमती सामान छीन लिए गए। इसके बाद अपराधियों ने पीड़ित को सुनसान इलाके में छोड़कर फरार हो गए थे।
SIT की त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारी:
मामले की गंभीरता को देखते हुए देवघर के आरक्षी अधीक्षक सौरभ ने तत्काल SIT का गठन किया। टीम में अनुभवी अधिकारियों को शामिल किया गया और अपराधियों के ठिकानों की गहन पड़ताल शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने तकनीकी निगरानी, मोबाइल लोकेशन और गुप्त सूचना तंत्र का सहारा लिया। इसके बाद पुलिस को सफलता हाथ लगी और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है, जिसकी भूमिका पूरे घटनाक्रम में बेहद अहम रही। सूत्रों के अनुसार, यही महिला पीड़ित को जाल में फंसाने के लिए संपर्क में आई थी। उसने पहले पीड़ित से दोस्ती का बहाना किया और फिर उसे देवघर बुलाया। जैसे ही वह देवघर पहुंचा, पहले से मौजूद गिरोह के अन्य सदस्यों ने अपहरण और लूटपाट की घटना को अंजाम दिया।
बरामदगी और पूछताछ में हुए खुलासे:
पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से लूटे गए मोबाइल फोन, नकद रुपये और अन्य वस्तुएं बरामद की हैं। पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह पहले भी इसी तरह की वारदातों में शामिल रहा है और आसपास के जिलों में सक्रिय था। SIT अब गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की भी तलाश में जुटी हुई है।
आरक्षी अधीक्षक सौरभ ने बताया कि देवघर पुलिस अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, “इस तरह के आपराधिक तत्वों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की प्राथमिकता है कि जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह सुदृढ़ रहे।”
उन्होंने आगे बताया कि हाल के दिनों में अपराध पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें कई पुराने मामलों को भी फिर से खोला गया है ताकि अपराध के नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।
पुलिस की सतर्कता और जनता से अपील:
देवघर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस घटना के खुलासे से जहां पुलिस की कार्यशैली की सराहना हो रही है, वहीं लोगों में सुरक्षा को लेकर भरोसा भी बढ़ा है। देवघर शहर के नागरिकों ने पुलिस टीम की तत्परता की प्रशंसा की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि देवघर जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थल पर अपराधों की रोकथाम जरूरी है, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
भविष्य की दिशा:
देवघर पुलिस अब इस गिरोह के नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ने में जुटी हुई है। तकनीकी टीम और साइबर सेल को भी जांच में लगाया गया है ताकि अन्य संभावित मामलों का पता लगाया जा सके। पुलिस का दावा है कि आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
इस कार्रवाई से यह साफ है कि देवघर पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और जिला प्रशासन कानून व्यवस्था को लेकर पूरी तरह चौकन्ना है।
संक्षेप में:
घटना: 5 नवंबर को गिरिडीह के व्यक्ति का अपहरण और लूट।
कार्रवाई: SIT का गठन कर महिला समेत चार गिरफ्तार।
बरामदगी: मोबाइल और नकदी बरामद।
बयान: आरक्षी अधीक्षक सौरभ — “अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
प्रभाव: देवघर पुलिस की तत्परता से जनता में बढ़ा भरोसा।
