
Deoghar: बैद्यनाथ धाम स्टेशन से जसीडीह स्टेशन तक रेलवे गुमटी को हटाया गया, लोगो को ट्रैफिक की समस्या से मिलेगी राहत।
स्टेशन रेल मार्ग से यात्रा के लिए संताल परगना का प्रवेश द्वार कहलाता है। जसीडीह से वैद्यनाथ धाम रेल लाइन पर सिर्फ पैसेंजर ट्रेनों का ही परिचालन होता था। लेकिन अब इस मार्ग पर बैद्यनाथ धाम स्टेशन से वंदे भारत जैसी ट्रेन का परिचालन होना है।
ऐसे में रेलवे द्वारा लिया गया रेल फाटक को बंद करने के निर्णय पर कार्य जोरो से किया जा रहा है। देवघर के बैद्यनाथ धाम से जसीडीह स्टेशन के बीच पांच ऐसी जगह है जहां रेलवे गुमटी है। ट्रेन के आवागमन के दौरान रेलवे फाटक बंद कर दिया जाता है, जिससे जाम जैसी स्थिति बनी रहती है।
सड़को पर यातायात का इतना दवाब रहता है कि कुछ ही क्षणों में फाटक के दोनो और गाड़ियों की भीड़ लग जाती है। लोगों को कुछ समय इस पार से उस पार आने जाने में लग जाता है। ऐसे में रेलवे फाटक से निजात दिलाने के लिए रेलवे ने सभी फाटक को बंद करने का निर्णय लिया था। इसी के तहत सब वे का निर्माण जोरो से कराया जा रहा है।
सब वे निर्माण के लिए उपयोग में लगे बड़े बड़े मशीनों को स्थानीय लोग बड़ी उत्सुकता से देख रहे
है कि कैसे यह मशीन बड़ी आसानी से कठिन काम कर रहा है। आने वाले कुछ ही दिनों में सब वे बनकर तैयार हो जाएगा। तब लोगों को बिना किसी रुकावट का रेल पटरी के नीचे से आरपार हो जायेंगे। देवघर के बैद्यनाथ धाम स्टेशन से वाराणसी के लिए वंदे भारत ट्टेन का परिचालन होना है। हालांकि इस ट्रेन की शुरूआत 15 सितंबर को को हो गई है।
तब पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर ऑनलाइन शुरूआत की है। इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन के परिचालन सुचारू रूप से करने के लिए सब वे का निर्माण कराया जा रहा है। वंदे भारत ट्रेन के सुचारू परिचालन शुरू होने पर सीधा बाबा बैद्यनाथ धाम से काशी विश्वनाथ धाम का जुड़ाव हो जाएगा।